सिसोदिया ने ऑक्सीजन की अधिक मांग के भाजपा के आरोपों को ख़ारिज किया
नयी दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उन आरोपों को ख़ारिज किया है जिसमें कहा गया है कि केजरीवाल सरकार गत अप्रैल में जरुरत से चार गुना ज्यादा ऑक्सीजन की मांग कर रही थी।
श्री सिसोदिया ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि भाजपा नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों द्वारा एक तथाकथित रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा जा रहा है कि दिल्ली में अप्रैल में कोरोना के पीक के दौरान ऑक्सीजन की कमी नहीं थी और सरकार ऑक्सीजन की चार गुना ज्यादा मांग कर रही थी। भाजपा के सभी बड़े नेता, केंद्रीय मंत्री सुबह से सोशल मीडिया, ट्विटर पर गला फाड़-फाड़ के अरविंद केजरीवाल को गालियां दे रहे हैं। उन्होंने जोर दिया कि भाजपा के नेता जिस रिपोर्ट का हवाला देकर श्री केजरीवाल को गालियां दे रहे हैं, वैसी कोई रिपोर्ट अस्तित्व में ही नहीं है और वे केवल झूठ और भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि भाजपा जिस तथाकथित रिपोर्ट को उच्चतम न्यायालय की ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट बता रही है , उस कमेटी के सदस्यों के अनुसार, न तो ऐसी कोई रिपोर्ट को कमेटी द्वारा मंजूरी दी गयी है और ना ही जारी किया गया है।
उन्होंने केंद्र सरकार और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से सवाल पूछते हुए कहा कि केंद्र और भाजपा के नेता जबाव दें और बताएं कि जब ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी द्वारा कोई रिपोर्ट जारी ही नहीं की गयी , तो यह रिपोर्ट कहां से और कैसे अस्तित्व में आई? उन्होंने भाजपा के नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि न्यूज़ चैनलों पर चिल्लाने के बजाय भाजपा के नेता ठंडे दिमाग से यह सोचने का काम करें कि यह फर्जी रिपोर्ट कहां से आई है।
श्री सिसोदिया ने कहा कि भाजपा के नेता बताएं कि यह तथाकथित रिपोर्ट कहां से आई, जब ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी ने न कोई रिपोर्ट जारी की और न ही ऐसी किसी रिपोर्ट पर हस्ताक्षर किए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन को लेकर शीर्ष न्यायालय में मामला लंबित है और इसी बीच भाजपा द्वारा इस पर षड़यंत्र रचना ठीक नहीं है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को पता था कि अप्रैल में कोरोना के पीक के दौरान दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी कमी थी। ऑक्सीजन प्रबंधन की जिम्मेदारी केंद्र सरकार पर थी, लेकिन केंद्र ने पूरे देश में ऑक्सीजन प्रबंधन का बंटाधार कर दिया था। जनता, डॉक्टर, हॉस्पिटल ऑक्सीजन की कमी को लेकर चिल्ला रहे थे, लेकिन आज केंद्र सरकार और भाजपा के नेता अपने कुप्रबंधन की ज़िम्मेदारी लेने की बजाए भाजपा मुख्यालय में बैठ कर फर्जी रिपोर्ट बना रहे हैं और उसे ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट बता रहे हैं। भाजपा के नेताओं और शीर्ष नेतृत्व को अपने इस महाझूठ पर शर्म आनी चाहिए।
श्री सिसोदिया ने आगे कहा कि भाजपा के नेताओं ने भाजपा मुख्यालय में बैठ कर जो फर्जी रिपोर्ट बनाई है और उसे ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट बता कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गालियां दी रहे हैं। असल में भाजपा के नेता उन लोगों को गालियां दे रहे हैं, जिन्होंने ऑक्सीजन संकट में केंद्र के कुप्रबंधन से अपनों को खोया है। भाजपा अपने इस तथाकथित रिपोर्ट के जरिए उन सभी मरीजों, अस्पतालों, डॉक्टरों को झूठा साबित करने का प्रयास कर रही है, जो ऑक्सीजन की कमी को लेकर कोर्ट में गए थे।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के नेता बेशर्मी की हद पर आ चुके हैं और अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए झूठ बोल रहे हैं। उपमुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील करते हुए कहा कि वे अपनी पार्टी को संभालने का काम करें और नेताओं को काम पर लगाएं, क्योंकि भाजपा के नेताओं के झूठ ने देश का बंटाधार कर दिया है। आज भाजपा भारतीय जनता पार्टी की बजाय भारतीय झगड़ालू पार्टी बन चुकी है।