अभिषेक के जन्मदिन पर बधाई का तांता, कार्यालय के बाहर हुई भारी भीड़ >>>>>>>>>>> >>> वातावरण बंगाल की खाड़ी में फिर से बनेगा निम्न दबाव, मौसम में बदलाव के आसार >>>>>>>>>>> >>> अब गंगा के नीचे कोलकाता से हावड़ा तक बनेगा सुरंग मार्ग, केंद्र सरकार ने बनाई योजना >>>>>>>>>>> >>> पोस्ता पूजा के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा "बंगाल को अपना घर बनाएं" >>>>>>>>>>> >>> अमित शाह की मौजूदगी में ‘भड़काऊ’ टिप्पणी के आरोप में मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज
Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

भवानीपुर से ममता बनर्जी की शानदार जीत, मुख्यमंत्री ने कहा, नंदीग्राम में साजिश के खिलाफ जनता की सहज प्रतिक्रिया



कोलकाता।  तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने रविवार को भवानीपुर सीट पर उपचुनाव में विजयी होकर यहां से तीसरी बार जीत की हैट्रिक बनायी और इसी के साथ ही अपना मुख्यमंत्री पद सुरक्षित कर लिया है।

सुश्री बनर्जी ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की प्रियंका टिबरेवाल को 58,832 वोटों से हराया। वोटों के आंकड़ों के लिहाज से इस बार उनकी जीत का अंतर भी सर्वाधिक है।

पांच जनवरी 1955 को जन्मी सुश्री बनर्जी 1970 के दशक के दौरान कांग्रेस में शामिल हुईं और 1984 में जादवपुर संसदीय क्षेत्र से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सोमनाथ चटर्जी को पराजित कर अपना पहला आम चुनाव जीता था। वर्ष 1989 में इस सीट पर वह माकपा की मालिनी भट्टाचार्य से चुनाव हार गयी। , लेकिन 1991 में नवगठित कलकत्ता दक्षिण संसदीय क्षेत्र के रूप में इस सीट को फिर से अपने कब्जे में लिया। इसके बाद 1996, 1998, 1999, 2004 और 2009 के आम चुनावों में कोलकाता दक्षिण सीट पर अपनी जीत का सफर जारी रखा।

सुश्री बनर्जी से कुछ राजनीतिक विरोधाभाषों के परिप्रेक्ष्य में 1997 में कांग्रेस छोड़ दी और अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की। कुछ ही समय में उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी। वर्ष 2011 में भवानीपुर उपचुनाव में माकपा की नंदिनी मुखर्जी को 54,213 मतों से हराया और राज्य मुख्यमंत्री चुनी गयी। उन्होंने 2016 में भवानीपुर से कांग्रेस की दीपा दासमुंशी को 25,301 मतों के अंतर से हराकर दूसरी बार जीत हासिल की।

इसी वर्ष मार्च-अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में एक बार फिर जबरदस्त जीत हासिल की , लेकिन सुश्री बनर्जी नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के शुवेंदु अधिकारी से महज 1736 मतों से हार गईं। उन्होंने गत पांच मई को तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। एक अनिवार्य प्रक्रिया के तहत उन्हें छह महीने यानी पांच नवंबर के भीतर किसी भी विधानसभा सीट पर जीत हासिल करनी थी और भवानीपुर से निर्वाचित विधायक शोवनदेव चट्टोपाध्याय ने उनके मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का मार्ग प्रशस्त करने के लिए यह सीट छोड़ दी।
 भवानीपुर से अपनी प्रचंड जीत को नंदीग्राम में साजिश के खिलाफ जनता की सहज प्रतिक्रिया बताया और कहा कि इस जीत से स्पष्ट हो गया है कि बंगाल क्या चाहता है।
सुश्री बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा , “ नंदीग्राम में एक साजिश थी। भवानीपुर ने माकूल जवाब दिया। नंदीग्राम मामला अभी भी न्यायालय में विचाराधीन है। मैं इस पर अब और बात नहीं करना चाहती। भवानीपुर ने स्पष्ट कर दिया है कि बंगाल क्या चाहता है।"
सुश्री बनर्जी ने भवानीपुर की जनता आभार जताया और कहा , “ कोविड और बारिश के बावजूद लोगों ने जिस तरह से मतदान किया, मैं उसकी ऋणी हूं। भवानीपुर में 46 प्रतिशत गैर-बंगाली मतदाता हैं। सभी वर्गों और विश्वासों के लोगों ने मुझे वोट दिया। मतगणना के सभी चक्रों में मुझे बढ़त मिली। ऐसा पहली बार हुआ है। भवानीपुर के लोगों ने पूरे देश को दिखाया है कि बंगाल क्या चाहता है।"
उन्होंने कहा, “ मैं दो उंगलियों से जीत का संकेत नहीं दूंगी। मैं तीन उंगलियों से जीत का संकेत दूंगी , क्योंकि हम तीन स्थानों पर जीते हैं।”
उन्होंने आगामी उपचुनाव के लिए तीन उम्मीदवारों के नामों की भी घोषणा की। उन्होंने बताया कि
ब्रजाकिशोर गोस्वामी शांतिपुर से, उदयन गुहा दिनहाटा से और शोवनदेव चट्टोपाध्याय खरदा से चुनाव लड़ेंगे। वहीं गोसाबा सीट पर बप्पादित्य नस्कर अथवा सुब्रत मंडल उम्मीदवार होंगे।


स्थानीय

  • राज्य में कानून-व्यवस्था की निगरानी के लिए नबान्न के पास विशेष मॉनिटरिंग सेल

    कोलकाता। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखने के लिए नबान्न नई व्यवस्था कर रहा है। राज्य सचिवालय के पास स्थित डीजी के कंट्रोल रूम में एक विशेष मॉनिटरिंग सेल बनाया जा रहा है, जिससे राज्य के किसी भी स्थान का सीसीटीवी फुटेज देखा जा सकेगा। पुलिस और नबान्न के सूत्रों के मुताबिक, इसका उद्देश्य 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले एक 'विशेष कक्ष' का उद्घाटन करना है। यह कदम पूरे बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति पर बेहतर निगरानी रखने के लिए उठाया गया है।

  • अभिषेक बनर्जी की बेटी को लेकर अभद्र टिप्पणी के मामले में सीबीआई जांच से इनकर

    नई दिल्ली/ कोलकाता। अभिषेक बनर्जी की नाबालिग बेटी को लेकर अभद्र टिप्पणी के मामले में गिरफ्तार दो महिलाओं को पुलिस हिरासत में प्रताड़ित करने के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच की याचिका खारिज कर दी है। इसके बजाय, तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, जिसमें तीन आईपीएस अधिकारियों को शामिल किया गया है। इस तीन सदस्यीय टीम का नेतृत्व डीआईजी, प्रेसीडेंसी रेंज आकाश मघारिया करेंगे। अन्य दो सदस्य आईपीएस स्वाति भंगारिया और सुजाता कुमारी वीणापानी हैं। सुप्रीम कोर्ट के आद

  • ममता ने वक्फ बिल के खिलाफ रानी रासमणि रोड पर विरोध प्रदर्शन का किया आह्वान

    कोलकाता। वक्फ बिल के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस मुखर होने जा रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ को 30 नवंबर शनिवार को एक बड़ी रैली आयोजित करने का निर्देश दिया है। यह रैली रानी रासमणि रोड पर आयोजित की जाएगी, जहां तृणमूल अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष और इटाहार विधायक मोशरफ हुसैन इसका नेतृत्व करेंगे। इस आयोजन में तृणमूल के मुख्य सचिव कल्याण बंद्यापाध्याय लोकसभा में वक्फ बिल पर पार्टी की स्थिति स्पष्ट करेंगे, जबकि मेयर फिरहाद हकीम भी उपस्थित रहेंगे। तृणमूल कांग्रेस पहले ही वक्फ