देश के सबसे स्वच्छ शहर का इंदौर को मिला पांचवी बार सम्मान।
देश के सबसे स्वच्छ शहर का इंदौर को मिला पांचवी बार सम्मान।
इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर ने भारत के सबसे स्वच्छ शहर होना का लगातार पांचवी बार गौरव आज हासिल किया है।
इंदौर नगर निगम की आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल ने आज भारत सरकार, नई दिल्ली के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के द्वारा स्वच्छ अमृत महोत्सव 2021 के कार्यक्रम में राष्ट्रपति के हाथों स्वच्छ शहर का पुरस्कार प्राप्त किया। दिल्ली के विज्ञान भवन में इन्दौर को पुनः पांचवी बार देश के सबसे स्वच्छ शहर होने की घोषणा की गई है। इसके अलावा नगर निगम इन्दौर द्वारा एक और उपलब्धि हासिल करते हुए सम्पूर्ण देश में सफाईमित्र सुरक्षा चैलेंज में भी देश के प्रथम शहर होने का पुरस्कार प्राप्त किया।
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इन्दौर शहर को देश के सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव प्रथम बार वर्ष 2017 में प्राप्त हुआ था, वर्ष 2016, 2017 एवं 2018 में इन्दौर नगर निगम द्वारा इन्दौर शहर के नागरीकों के सहयोग से घर-घर कचरा कलेक्शन गीला-सूखे कचरे का पृथ्थकीकरण, सैनिटेशन के तहत टॉयलेट एवं यूरिनल का निर्माण तथा गीले-सूखे कचरे के शत-प्रतिशत प्रोसेसिंग सुनिश्चित की गई थी। इन्दौर के जन प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, रहवासी एवं बाजार एसोसिएशन, अन्य नागरीकों, मीडिया साथियों एवं नगर निगम इन्दौर के सफाई कर्मियों तथा अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों के सहयोग से वृहद जागरूकता अभियान इन्ही उक्त 3 वर्षो में चलाया गया था।
इन वर्षो में ही घर-घर से कचरा कलेक्शन एवं परिवहन को लेकर विभिन्न अधोसंरचनाएं एवं प्रक्रियाएं स्थापित की गई ताकि शहर में स्वच्छता की आदत स्थाई रूप ले सके। वर्ष 2018 एवं 2019 में इन्दौर नगर निगम द्वारा देवगुराडि़या स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड के पुराने पडे लेगेसी वेस्ट के बायो रेमेडाइजेशन पर कार्य किया जिससे देवगुराडि़या ट्रेचिंग वर्तमान में पूर्ण रूप से स्वच्छ क्षेत्र के रूप में जाना जाने लगा है। वर्ष 2020-21 में केन्द्र सरकार के स्वच्छता मापदण्डों के तहत इन्दौर नगर निगम द्वारा शहर को वाटर प्लस के रूप में प्रथम शहर का खिताब प्राप्त करने के क्षेत्र में वृहद कार्य किया गया। इन्दौर शहर वाटर प्लस के रूप में घोषित हो जाने से इसका सीधा लाभ शहरवासियों के स्वास्थ्य पर पड़ा है, क्योंकि सीवरेज का गंदा पानी का भूजल पर मिलना जहां एक और रूका है, वहीं दूसरी ओर घरों का एवं संस्थानों का प्रदूषित गंदा पानी भी भू-तल पर स्थित नदी-नालों एवं तालाबों में मिलना बंद हुआ है। नगर निगम, इन्दौर द्वारा विकसित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटस के माध्यम से अब नदी में केवल इन प्लांटस में उपचारित जल ही जा रहा है।
वर्ष 2020-21 तक में नगर निगम, इन्दौर द्वारा एक और उपलब्धि के तहत 6 जीरो वेस्ट वार्ड भी घोषित हुए है तथा यह कार्य निरंतर जारी है। इन्दौर नगर निगम द्वारा शहर की गंदी पड़ी बैकलेन्स में भी क्षेत्रिय नागरिकों के सहयोग से उसे साफ-सूथरा एवं सूंदर बनाया गया है। शहर में विभिन्न बस्तियों, चौराहों, फुटपाथों आदि पर भी वृहद सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य स्वच्छता के तहत किए गए। सफाईमित्र सुरक्षा चैलेंज के अन्तर्गत नगर पालिक निगम, इन्दौर द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण एवं सफाईमित्र सुरक्षा चैलेंज के समस्त मापदंडों के अनुरूप मेनहोल से मशीन होल का शत-प्रतिशत पालन किया गया एवं सफाईमित्रों को 'स्वच्छता उद्यमी योजना (एसयूवाय) अन्तर्गत लोन उपलब्ध कराने, वर्दी, सुरक्षा गियर, किट ड्रेस, मास्क, ग्लब्स इत्यादि उपलब्ध कराए जा रहे है, साथ ही असंगठित सफाईमित्रों को चिन्हित कर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।