अभिषेक के जन्मदिन पर बधाई का तांता, कार्यालय के बाहर हुई भारी भीड़ >>>>>>>>>>> >>> वातावरण बंगाल की खाड़ी में फिर से बनेगा निम्न दबाव, मौसम में बदलाव के आसार >>>>>>>>>>> >>> अब गंगा के नीचे कोलकाता से हावड़ा तक बनेगा सुरंग मार्ग, केंद्र सरकार ने बनाई योजना >>>>>>>>>>> >>> पोस्ता पूजा के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा "बंगाल को अपना घर बनाएं" >>>>>>>>>>> >>> अमित शाह की मौजूदगी में ‘भड़काऊ’ टिप्पणी के आरोप में मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज
Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

शिवपाल ने दिखाये तेवर,एक हफ्ते में फैसला न हुआ तो हम लेंगे निर्ण



इटावा। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव एक सप्ताह के भीतर गठबंधन या विलय का फैसला लें वरना उनकी पार्टी कोई ना कोई कठिन निर्णय लेने पर मजबूर होगी।
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के 83वें जन्मदिन पर मास्टर चंदगीराम में आयोजित दंगल को संबोधित करते हुए शिवपाल ने सोमवार को कहा कि इस कार्यक्रम में उनके बड़े भाई अभयराम सिंह यादव को छोड़कर परिवार का कोई और सदस्य नहीं आया। इसे लेकर तल्खी तो बढ़ना स्वाभाविक ही थी । उन्होने कहा कि वह सपा में विलय करने के लिए तैयार हैं लेकिन अगर सपा की तरफ से कोई संकेत नहीं मिलता है तो वह कठिन फैसला लेने के लिये स्वतंत्र हैं। इस बार के विधानसभा चुनावों में भाजपा को हटाने के लिये अपने समर्थकों व छोटी पार्टी के लिए केवल 100 सीटें चाहते है।
उन्होने कहा “ हमने तो 2019 में ही कहा था कि चलो हम ही झुक जाएंगे। आज दो साल हो गए लेकिन कोई बात नही बनी है। आज यहां पर तेज प्रताप और अंशुल को भी होना चाहिए था। अंशुल को हराने के लिए कितनी ताकते लगी थी, हमारी ताकत पर अंशुल निर्विरोध हो गए। उन्होंने साफ कहा कि उन्ही की तरफ से यह बातें चली थी कि 22 तारीख को एक हो जायेंगे लेकिन वे यहां नही आये। हमने सोचा था कि यह दंगल ऐतिहासिक दंगल होगा लेकिन नही हुआ।”
प्रसपा मुखिया ने कहा “ हमने हमेशा त्याग किया। हम चाहते तो 2003 में मुख्यमंत्री बन सकते थे लेकिन मैने नेता जी (मुलायम) को दिल्ली से बुलाकर सीएम बनाया था। दूसरी पार्टियों के 40 विधायक एक किये थे उस समय 25 विधायक बीजेपी के हमारे साथ थे । उस समय सपा के 143 विधायक हमारे साथ थे। अजीत सिंह कल्याण सिंह हमारे साथ थे हम सीएम बन सकते थे लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। जब सीएम मायावती थी तब प्रदेश में कितना अत्याचार हो रहा था हम नेता विपक्ष थे हमने उनका कितना विरोध किया था तब कितना आंदोलन करना पड़ा था।”
शिवपाल ने कहा कि हमारी पार्टी की महिलाओं और लोगो ने बहुत संघर्ष किया था । जब लाठी चलती थी तब महिलाएं आगे आ जाती थी हम लोगो के संघर्ष के कारण 2012 की सरकार बनी थी। हम चाहते है फिर से सरकार बने हम तो सरकार बनाने के लिए लागातर दो साल से कोशिश कर रहे है हमने तो यहां तक कहा कि हमारे साथ जो जितने वाले लोग है उनका सर्वेय करवाकर गठबंधन कर लो चाहे विलय कर लो लेकिन बहुत देर हो रही है।


भारत

  • "महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस, फडणवीस और शिंदे की दौड़ में मुकाबला तेज"

    मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है

  • महाराष्ट्र में महायुति की सुनामी, झारखंड में फिर से झामुमो सरकार

    रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.

  • एग्जिट पोल में बीजेपी आगे! महाराष्ट्र में महायुति, तो झारखंड में एनडीए सरकार

    महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.