उत्तराखंड : जंगलों में रुक नहीं रहा आग का तांडव, वन विभाग ने बुझाने में लगाई ताकत >>>>>>>>> राज्यपाल ने राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर लगाई रोक, वित्त मंत्री चंद्रिमा पर भी लगा 'प्रतिबंध' >>>>>>>>> माध्यमिक परीक्षा में जिलों ने मारी बाजी, कूचबिहार का चंद्रचूड़ टॉपर >>>>>>>>> टीएमसी ने कुणाल घोष लिया एक्शन, महासचिव पद से हटाया
Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १७ मई २०२४

सिद्धांत नहीं अवसरवाद की राजनीति करती हैं ममता बनर्जी: कांग्रेस




नयी दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी सिद्धांतों की नहीं बल्की अवसरवादिता की राजनीति करती हैं और कांग्रेस को किसी तरह की सलाह देने से पहले उन्हें आत्ममंथन करना चाहिए कि वह कांग्रेस से लड़कर किसकी मदद कर रही हैं।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गुरुवार को यहां संसद भवन परिसर में पत्रकारों के सवाल पर कहा कि राजनीतिक अवसरवादिता तथा सच की लड़ाई में फर्क होता है। सुश्री बनर्जी युवा कांग्रेस से राजनीति में आगे बढी लेकिन भाजपा तथा राजग में शामिल हो गईं और केंद्र में भाजपा गठबंधन सरकार में मंत्री बन गई। जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में उन्हें अवसर कम नजर आया तो उन्होंने राजग छोड़कर कांग्रेस का साथ दिया लेकिन जल्द ही फिर राजग गठबंधन में चली गईं।
उन्होंने कहा कि जब उन्हें लगा कि वहां अवसर कम है तो फिर कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के साथ आ गई और केंद्र में मंत्री बनी। अचानक उन्हें कुछ नया अवसर नजर आया तो फिर भाजपा में चली गई और कहा कि उसके साथ उनकी मित्रता स्वाभाविक है। उनका कहना था कि ममता बनर्जी वही कर रहहीं है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते हैं। वह भी विधायक तोड़ती हैं और खरीद-फरोख्त करती हैं। उन्हें सोचना चाहिए कि कभी इंदिरा गांधी को अपना प्रेरणास्रोत मानने वाली ममता बनर्जी का प्रेरणास्रोत अब फासीवादी ताकतें तो नहीं बन गईं।
श्री सुरजेवाला ने सुश्री बनर्जी को समझाते हुए कहा कि उन्हें समझना चाहिए कि राजनीतिक अवसरवादिता और सिद्धांत की राजनीति में बहुत फर्क होता। उन्हें इस बारे में आत्ममंथन करना चाहिए। बिना सिद्धांत की राजनीति करने वाली सुश्री बनर्जी को अवसरवादिता की राजनीति की बजाय वसूलों की लड़ाई लड़नी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पांच साल पहले ममता बनर्जी की पार्टी गोवा में नहीं थीं और ही उत्तराखंड में थीं लेकिन अब उन्हें लगने लगा कि वहां कांग्रेस जीत रही हैं तो वह गोवा और उत्तराखंड पहुंच गई। उन्हें सोचना चाहिए वह फासीवादी ताकतों के साथ खडी हैं या धर्मनिरपेक्षता की मदद कर रही हैं। वह विचार करें कि उनकी पार्टी मोदी की मदद कर रही हैं कि कांग्रेस से लड़ रही हैं।


भारत

  • सुप्रीम कोर्ट ने कहा, जीएसटी के सभी मामलों में गिरफ्तारी जरूरी नहीं

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि जीएसटी के सभी मामलों में गिरफ्तारी की कोई जरूरत नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस एमएम सुंद्रेश और जस्टिस बेला एम. त्रिवेदी की पीठ ने सीमा शुल्क अधिनियम एवं जीएसटी अधिनियम से संबंधित प्रविधानों की संवैधानिक वैधता एवं व्याख्या को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर अपना फैसला सुरक्षित रखा और कहा कि गिरफ्तारी की आवश्यकता से गिरफ्तारी की शक्ति अलग है।

  • ग्वालियर की राजमाता माधवी राजे सिंधिया का निधन

    श्रीमती सिंधिया के पार्थिव शरीर को अपराह्न तीन बजे से सात बजे के बीच 27 सफदरजंग स्थित निवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा और इसके बाद ग्वालियर ले जाया जाएगा।

  • नागरिकता संशोधन नियम के तहत नागरिकता प्रमाण पत्रों का वितरण शुरू

    केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि गत मार्च में सीएए से संबंधित अधिसूचना जारी किये जाने के बाद योग्य लोगों को नियमों के अनुसार नागरिकता प्रमाण पत्र का वितरण शुरू हो गया है।