मथुरा में मंदिर निर्माण वाला मौर्य का बयान निजी : उमा भारती
महोबा। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अयोध्या और काशी के बाद मथुरा में जल्द मंदिर निर्माण शुरु होने संबंधी उत्तर प्रदेश के उपमुख्मंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बयान को निजी बताते हुये राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में फिर पूर्ण बहुमत वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने का दावा किया है।
महोबा में स्वामी ब्रम्हानंद की जयंती में शामिल होने बनारस से आई वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में मौर्य के मथुरा में मंदिर निर्माण को लेकर दिये गये बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है। राम मंदिर आंदोलन की अग्रणी नेता रहीं उमा भारती ने कहा कि मथुरा या अन्य किसी भी मामले में भाजपा और विश्व हिन्दू परिषद मिलकर जो फैसला करेगा, उस आधार पर इसका भविष्य तय होगा।
उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ‘चिलमजीवी’ कहने को आपत्तिजनक बताते हुये कहा कि सपा को इसका परिणाम आगामी विधानसभा चुनाव में भोगना पड़ेगा।
उमा भारती ने कहा कि 2017 में भी अखिलेश ने योगी को बाबा कहकर अपमानित किया था इस तरह के तंज राजनीति में अमर्यादित हैं और इसका परिणाम विधानसभा चुनाव में अखिलेश को भोगना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब पहले जैसी स्थितियां नहीं रहीं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के महज तीन साल के कार्यो के सहारे जनता का विश्वास हासिल किया था। लेकिन, इस बार योगी सरकार की उपलब्धियां सूबे में पार्टी की पुन:वापसी कराएंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने यहां विकास कार्यो में नया कीर्तिमान स्थापित किया है तो गुंडागर्दी और अराजकता के माहौल को खत्म कर कानून का राज कायम किया गया है। महिलाएं सुरक्षा महसूस कर रही है, लोग भयमुक्त वातावरण में रह रहे है। यही वजह है कि आम आदमी का भाजपा पर भरोसा बढ़ा है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में किसी भी पार्टी के दूसरी बार सत्ता में वापसी नहीं कर पाने का मिथक न सिर्फ इस बार टूटेगा बल्कि भाजपा पहले से अधिक सीटें जीतेगी। उत्तर प्रदेश विधानसभा की 403 में से 400 सीटें जीतने के अखिलेश के दावे पर उन्होंने हंसते हुए कहा कि अखिलेश दिन में सपने देखना बंद करें। सपा पिछली बार जितनी सीटें भी जीतने में कामयाब नहीं होगी।