गांधी का भारत गोडसे के भारत में बदल रहा हैः महबूबा
नयी दिल्ली। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर तगड़ा प्रहार किया और कहा कि ‘गांधी का भारत गोडसे के भारत’ में बदल रहा है।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर एक प्रयोगशाला था और प्रदेश में जो कुछ हुआ, वह पूरे देश में होने की आशंका है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा,“ ऐसा लगता है, जैसे गांधी का भारत गोडसे के भारत में तब्दील हो गया है। ”
उन्होंने कहा,“ वे एक लोकतांत्रिक सरकार नहीं चला रहे हैं। वे एक औपनिवेशिक मानसिकता वाली सरकार चला रहे हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को एक प्रयोगशाला बनाई है, जो वहां हो रहा है, वही देश के बाकी हिस्सों में भी किया जा रहा है। हमें बोलने की भी अनुमति नहीं है, यहां तक कि अगर हम शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन करना चाहते हैं, तो हमें अपने घरों में नजरबंद कर दिया जाता है। ”
सुश्री महबूबा ने कहा, “कहा जा रहा है कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद वहां सब कुछ ठीक है, स्थिति में सुधार नहीं हुआ है, बल्कि पहले बदतर हो गयी है।”
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को एक महान राजनेता के रूप में याद करते हुए कि उन्होंने (सुश्री महबूबा) प्रदेश में भाजपा के साथ सरकार बनायी थी। उन्होंने कहा,“ मैंने भाजपा के साथ सरकार इस वजह से बनाई थी क्योंकि उनके (सुश्री महबूबा) पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद चाहते थे कि प्रदेश के लोगों की समस्या का समाधान हो। जब उनसे सवाल किया गया कि उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस तथा कांग्रेस जैसी पोर्टियों की बजाय भाजपा के साथ सरकार क्यों बनाई थी, इसके जवाब में उन्होंने कहा,“मेरे पिता मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे, वे कश्मीर की समस्याओं को हल करना चाहते थे। हम वाजपेयी द्वारा शुरू की गई प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहते थे। ”
उनसे जब पाकिस्तान के साथ वार्ता को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि उन्होंने श्री वाजपेयी का उदाहरण दिया और कहा कि उन्होंने कारगिल युद्ध के बाद भी पाकिस्तान के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा, “ श्री वाजपेयी से बड़ा कोई राजनेता नहीं है। उन्होंने कारगिल के बाद भी उनसे (पाकिस्तान) बात की। जब आप चीन से बात कर सकते हैं, जिसने हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया है, तो हम पाकिस्तान से बात क्यों नहीं कर सकते। ”
उन्होंने कहा, “उनके लिए किसान खालिस्तानी, छात्र टुकड़े-टुकड़े गैंग तथा हम लोग पाकिस्तानी हैं।”
श्री मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर में की जा रही परिसीमन प्रक्रिया के बारे में भी आपत्ति व्यक्त की और कहा कि उनका मानना है कि यह स्थिति को भाजपा के पक्ष में करने के लिए किया जा रहा है।
सुश्री महबूबा ने एक बार फिर दोहराया कि अनुच्छेद 370 और 35-ए को बहाल किए जाने तक वह कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी (जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) तभी चुनाव लड़ेगी, जब ये बहाल होंगे। उन्होंने कहा कि संवाद ही आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल जो भारतीय लोकतंत्र का हिस्सा हैं, को दरकिनार कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, “जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी, वह सब कुछ हो रहा है। जब हम भारत के बारे में बात करते हैं, तो भाड़े के लोगों का सामना करना पड़ता है। हमें मिटा दिया जाता है, हमें बंद कर दिया जाता है।”
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी वर्तमान दिल्ली दौरे के दौरान सरकार या उसके प्रतिनिधियों के साथ कोई बैठक की योजना नहीं है। सुश्री मुफ्ती बुधवार तक राष्ट्रीय राजधानी में रहेंगी।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने सोमवार को भी जंतर-मंतर पर धरना दिया था।