खारकिव में 3,000 से अधिक भारतीय विद्यार्थी बनाए गए बंधक: पुतिन
मॉस्को/नयी दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन के 'नव-नाज़ियों' ने खारकिव में रेलवे स्टेशन पर 3,000 से अधिक भारतीय विद्यार्थियों को बंधक बना लिया है और उन्हें यहीं स्टेशन पर रखा गया है। हालांकि भारत ने कहा है कि उन्हें विद्यार्थियों को बंधक बनाए जाने के बारे में ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है।
पुतिन ने रूसी सुरक्षा परिषद को बताया कि यूक्रेन के 'नव नाज़ी' विदेशी छात्रों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्होंने पूर्वी यूक्रेन के सूमी में भी 576 भारतीयों को रोक रखा है।
श्री पुतिन ने यह भी कहा कि इनके द्वारा उन चीनी विद्यार्थियों पर भी गोलियां चलाई गई है, जो खारकिव छोड़ना चाह रहे थे। इनमें से दो घायल हुए हैं।
श्री पुतिन ने कहा, ''वे विदेशी नागरिकों, युवाओं और यूक्रेन के कॉलेजों में पढ़ाई करने वाले हजारों विद्यार्थियों को बंधक बना रहे हैं। उन्होंने खारकिव में रेलवे स्टेशन पर तीन हजार से अधिक भारतीय नागरिकों को एक दिन से अधिक समय से बंधक बना रखा है, जिनमें सूमी शहर में बंधक बनाए गए 576 लोग भी शामिल हैं।''
श्री पुतिन के कहा, ''नव नाजियों ने उन चीनी विद्यार्थियों पर भी गोलियां चलाई हैं, जो खारकिव छोड़ना चाहते थे। इनमें से दो घायल हैं। सैकड़ों विदेशी नागरिक इस जगह को छोड़कर जाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें इजाजत नहीं है। मूल से ये लाेगों को बंदी बना रहे हैं, इन्हें छोड़ने में देरी कर रहे हैं या इन्हें पोलैंड के रास्ते से निकालने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें सभी जोखिम भरे क्षेत्रों में से लेकर जा रहे हैं, जिनसे इनकी जान को खतरा है।''
श्री पुतिन कहते हैं, ''विदेशी नागरिकों, विद्यार्थियों को सुरक्षित क्षेत्रों में जाने का मौका मिले इसके लिए हमारी सेना ने सुरक्षित रास्तों को खोलकर रखा है, उन्हें परिवहन के साधन उपलब्ध करा रहे हैं, लेकिन ये राष्ट्रवादी ऐसा होने नहीं दे रहे हैं।''
श्री पुतिन ने बुधवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संग हुई बातचीत के दौरान इसका जिक्र किया।