विपक्ष के हंगामे के बीच बंगाल का बजट पेश
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने आज विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए राज्य बजट पेश किया, जिसमें कल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ उद्योग और निवेश को बढ़ावा देने का प्रस्ताव रखा गया। भट्टाचार्य ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 3.21 लाख करोड़ रुपये का बजट शुक्रवार को विधानसभा में पेश किया। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बहिष्कार के बीच पेश किए गए इस बजट में अगले वित्त वर्ष में 1,98,047 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्तियों का अनुमान जताया गया है। राज्य सरकार ने 1,14,958 करोड़ रुपये का सार्वजनिक ऋण जुटाने का भी प्रस्ताव रखा है। वित्त वर्ष 2022-23 में पूंजीगत व्यय 33,144 करोड़ रुपये रहने का अनुमान इस बजट में जताया गया है। इसके अलावा 2,26,326 करोड़ रुपये का राजस्व व्यय भी होने की संभावना जताई गई है। बजट में बैटरी एवं सीएनजी से चलने वाले वाहनों को पंजीकरण शुल्क से छूट और दो साल के पथ कर (रोड टैक्स) से रियायत देने का भी ऐलान किया गया है।
राज्य की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, जो कि बंगाल में बजट पेश करने वाली चंद्रिमा भट्टाचार्य पहली महिला वित्त मंत्री बन गयी हैं, ने इस बजट को पेश किया। इस बजट में शिक्षा, युवाओं, महिलओं, पहाड़ से लेकर विभिन्न क्षेत्रों का ख्याल रखा गया है। इसमें लक्ष्मी भंडार योजना के लिये 10,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसके साथ ही ‘फ्लैट पर स्टांप ड्यूटी पर 2 फीसदी की छूट’ ‘को 30 सितंबर तक बढ़ाई गई’ है। सीएनजी चालित वाहनों के लिए पंजीकरण शुल्क और सड़क कर की छूट मिली है। बजट के दौरान बीजेपी के विधायक लगातार नारेबाजी कर रहे हैं और कई विधायकों ने मोदी लिखा हुआ टीशर्ट भी पहने हुए थे। बाद में कुछ देर तक हंगामा करने के बाद बीजेपी के विधायक विधानसभा की कार्यवाही से वाकआउट कर गये।