राज्यसभा सदस्यों ने गाये गीत, बजाया गिटार
राज्यसभा सदस्यों ने गाये गीत, बजाया गिटार
नयी दिल्ली। राज्यसभा से अपना कार्यकाल पूरा करने वाले सांसदों ने गुरुवार को रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर श्राेताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
राज्यसभा के सभापति और उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू के सरकारी आवास पर आयोजित विदाई समारोह के दाैरान कई सांसदों ने अपनी कला का जबरदस्त प्रस्तुतिकरण देकर समां बांध दिया। रात्रिभोज से पूर्व आयोजित इस विशेष कार्यक्रम की शुरुआत में नामित सदस्य सोनल मानसिंह ने मीरा बाई का भजन गाया। तृणमूल कांग्रेस के डाॅ. शांतनु सेन ने गिटार बजाया और इसी पार्टी की डोला सेन रबिंद्र संगीत प्रस्तुत किया। द्रमुक के तिरुचि शिवा ने तमिल गीत गाया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रुपा गांगुली ने हिन्दी गीत गाकर मन माेह लिया। भाजपा के रामचंद्र जांगडा ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया। महाराष्ट्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाली की वंदना चव्हाण ने हिन्दी गीत सुनाया। इसके बाद अपना कार्यकाल पूरा करने वाले 72 सदस्यों सहित सभी सदस्यों ने समूह गान गाकर राष्ट्रीय एकता का परिचय दिया। ऐसा आयोजन लगभग 20 वर्ष के बाद किया गया है।
इससे पहले सेवानिवृत्त होने वाले सदस्यों को सभापति ने प्रतीक चिह्न भेंट दिया। उन्होंने पिछले बार सेवानिवृत्त होने वाले 19 सदस्यों को भी प्रतीक चिह्न प्रदान किये।
राज्यसभा के एक- तिहाई 72 सदस्य गुरुवार को सेवानिवृत्त हो गये। सेवानिवृत्त होनेवाले सदस्यों के कार्यक्रम शुरु हो गये जो देर शाम तक जारी रहे। सुबह सबसे पहले राज्यसभा के 203 सदस्यों का समूह फोटो हुआ जो अपने आप में एक विशेष अवसर होता है। इस फोटो समूह में वर्तमान और निवर्तमान सदस्यों के अलावा सदन के सभापति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश और सदन से मंत्री रहे शामिल हुए। फोटो समूह में 23 महिला सदस्य भी शामिल थी। पिछली बार ऐसा फोटो वर्ष 2019 में लिया गया था। वर्ष 2020 में काेरोना महामारी के प्रकोप के कारण ऐसा समूह फोटो संभव नहीं हाे सका।
सदन में सदस्यों का विदाई कार्यक्रम चार घंटे 27 मिनट तक चला और 65 वक्ताओं ने अपने उद्गार व्यक्त किये। इनमें सभापति, प्रधानमंत्री, उप सभापति, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, तथा नौ राजनीतिक दलों के नेता शामिल थे। वक्ताओं में 11 सदस्य तथा 40 निवर्तमान सदस्यों ने अपने विचार प्रकट किये। सदन के नेता पीयूष गोयल ने सदन में विदाई कार्यक्रम का समापन किया।