अभिषेक के जन्मदिन पर बधाई का तांता, कार्यालय के बाहर हुई भारी भीड़ >>>>>>>>>>> >>> वातावरण बंगाल की खाड़ी में फिर से बनेगा निम्न दबाव, मौसम में बदलाव के आसार >>>>>>>>>>> >>> अब गंगा के नीचे कोलकाता से हावड़ा तक बनेगा सुरंग मार्ग, केंद्र सरकार ने बनाई योजना >>>>>>>>>>> >>> पोस्ता पूजा के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा "बंगाल को अपना घर बनाएं" >>>>>>>>>>> >>> अमित शाह की मौजूदगी में ‘भड़काऊ’ टिप्पणी के आरोप में मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज
Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

दिल्ली के मुंडका में लगी भीषण आग, 27 लोग जिंदा जले




दिल्ली के मुंडका की इमारत में शुक्रवार को भीषण आग लग गई. आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई. सभी शव बरामद कर लिए गए हैं. अब तक 100 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है. चीफ फायर ऑफिसर अतुल गर्ग ने कहा कि अब भी बिल्डिंग में 30 से 40 लोगों के फंसे होने की आशंका है. उन्होंने कहा कि रेस्क्यू का काम लगभग पूरा हो गया है. रेस्क्यू करने के लिए हमने 100 कर्मचारियों की एक टीम लगाई है. अभी फायर डिपार्टमेंट की टीम बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर पर सर्च अभियान चला रही है. आग लगने की घटना का जैसे ही पता चला था दमकल की 27 गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं.  

बिना NOC धड़ल्ले से चल रही थी कंपनी

जिस बिल्डिंग में आग लगी वो हमारे बदहाल सिस्टम की गवाही दे है. करीब 8 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू तो पा लिया गया, लेकिन हैरानी की बात ये है कि इस बिल्डिंग में बिना NOC धड़ल्ले से कंपनी चल रही रही और प्रशासन आंखें मूदकर बैठा रहा. हर बार की तरह इस बार भी हादसे के बाद सरकार को पता चला कि बिल्डिंग की NOC नहीं है.

बिल्डिंग से निकलने के लिए लोगों के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था, जिस वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. पुलिस ने कंपनी के मालिक गोयल बंधुओं पर शिकंजा कस लिया है और उनको गिरफ्त में लेकर पूछताछ में जुटी है, लेकिन सवाल ये है कि बार-बार मुंडका जैसी आगजनी के बाद भी सरकार और प्रशासन सबक क्यों नहीं लता है. उपहार कांड के बाद भी हमारा सिस्टम क्यों नहीं जागा.


भारत

  • "महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस, फडणवीस और शिंदे की दौड़ में मुकाबला तेज"

    मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है

  • महाराष्ट्र में महायुति की सुनामी, झारखंड में फिर से झामुमो सरकार

    रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.

  • एग्जिट पोल में बीजेपी आगे! महाराष्ट्र में महायुति, तो झारखंड में एनडीए सरकार

    महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.