नयी दिल्ली 02 नवम्बर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें समन जारी किया है।
श्री केजरीवाल ने ईडी को गुरुवार को एक पत्र लिखकर कहा कि भाजपा के कहने पर नोटिस इसलिए भेजा गया ताकि चार राज्यों में होने वाले चुनाव प्रचार नहीं कर सकूं। उन्होंने समन को वापस लेने की माँग की।
उन्होंने कहा कि यह साफ नहीं है कि आपने मुझे किस नाते समन भेजा है, एक गवाह के तौर पर या फिर संदिग्ध के तौर पर। समन में विस्तार से नहीं बताया गया है। उन्होंने कहा कि यह भी नहीं बताया गया कि उन्हें व्यक्तिगत तौर पर बुलाया गया है या फिर मुख्यमंत्री के तौर पर या फिर आम आदमी पार्टी के मुखिया के तौर पर।
मुख्यमंत्री ने कहा 30 अक्टूबर की दोपहर को भाजपा नेताओं ने कहना शुरू कर दिया था कि जल्द ही मुझे तलब किया जाएगा और गिरफ़्तार किया जाएगा। उसी दिन शाम को मुझे समन मिला। इससे साफ जाहिर है कि मेरी छवि बदनाम करने के लिए समन भाजपा नेताओं को पहले लीक कर दिया गया था।
उन्होंने कहा, 'देश में पांच राज्य यानी मिजोरम, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में जल्द ही चुनाव होने वाले हैं। आम आदमी पार्टी हर जगह चुनाव लड़ रही है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और स्टार प्रचारक होने के नाते, उन्हें चुनाव प्रचार के लिए यात्रा करनी है। दूसरी ओर मैं दिल्ली का मौजूदा मुख्यमंत्री हूं। दीपावली के त्योहार के चलते मेरे पास आधिकारिक तौर पर कई काम हैं। जहां मेरा होना जरूरी है।
ग़ौरतलब है कि दिल्ली शराब नीति घोटाले में आप नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया फरवरी से ही जेल में बंद हैं। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को भी ईडी ने हाल ही में गिरफ्तार किया। इसके अलावा इस मामले में ईडी ने आज दिल्ली के कैबिनेट मंत्री राज कुमार आनंद के ठिकानों पर छापेमारी की है।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.