निज़ामाबाद (तेलंगाना), 24 नवंबर केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने तेलंगाना के निज़ामाबाद जिले में किसानों की आय बढ़ाने के लिए शुक्रवार को हल्दी अनुसंधान योजना की घोषणा की।
श्री शाह ने आज यहां एक चुनावी अभियान के दौरान इस जिले के आर्मर में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की स्थापना पर बल दिया और कहा कि अगले चरण में हल्दी किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए अनुसंधान और प्रसंस्करण इकाइयों को शुरू किया जाएगा।
श्री शाह ने सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस)पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि उसने पिछले एक दशक में कुप्रबंधन किया है और चुनावों में जनता से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है। उन्होंने बस परिसर के लिए भूमि आवंटन पर चिंता व्यक्त की और 30 वर्ष पहले एक स्थानीय विधायक द्वारा कब्जा करने का आरोप लगाया।
केन्द्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव द्वारा कथित रूप से जमीन पर कब्जा करने वाले व्यक्ति को टिकट देने के फैसले पर सवाल उठाया। उन्होंने बीड़ी श्रमिकों के लिए एक विशेष अस्पताल और तेलंगाना के अनिवासी भारतीयों की समस्याओं का समाधान करने के लिए एक एनआरआई मंत्रालय स्थापित करने का वादा किया।
उन्होंने मुख्यमंत्री पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के डर से कार्यक्रम से बचने का आरोप लगाया। उन्होंने वादा किया कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो आधिकारिक तौर पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कालेश्वरम और अन्य परियोजनाओं में कथित रूप से भ्रष्टाचार पर श्री शाह ने इसमें शामिल लोगों को दंडित करने और अवैध रूप से प्राप्त धन की वसूली करने का संकल्प लिया।
उन्होंने पेट्रोल और डीजल पर जीएसटी में कटौती, धान के लिए 3,100 रुपये का एमएसपी, किसानों के लिए बिना किसी प्रीमियम के फसल बीमा योजना का विस्तार और पिछड़ी जाति का मुख्यमंत्री बनाने की प्रतिबद्धता सहित अनेक वादे किए। श्री शाह ने राम मंदिर के निर्माण में देरी के लिए कांग्रेस की आलोचना की और मंदिर बनाने के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला, तेलंगाना में भाजपा के सत्ता में आने पर राज्य के लोगों को अयोध्या की मुफ्त यात्रा प्रदान करने का वादा किया।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.