नयी दिल्ली, 21 फरवरी भारत और चीन के सैन्य कमांडरों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सीमावर्ती क्षेत्रों में सेनाओं को टकराव की स्थिति से हटाने को लेकर सोमवार को 21वें दौर की बातचीत हुई।
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को यहां एक वक्तव्य में कहा कि भारत-चीन कोर कमांडर स्तर की बैठक का 21वां दौर 19 फरवरी को चुशुल-मोल्डो सीमा बैठक बिंदु पर आयोजित किया गया। भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में शांति और सौहार्द की बहाली के लिए पिछले दौर की चर्चा को आगे बढ़ाते हुए पूर्वी लद्दाख में एलएसी के साथ शेष क्षेत्रों में सेनाओं को अनिवार्यत: पूर्ण रूप से हटाने को लेकर बातचीत की गई। मैत्रीपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई वार्ता में दोनों पक्षों ने इस पर अपने-अपने दृष्टिकोण साझा किये।
विदेश मंत्रालय के अनुसार दोनों पक्ष प्रासंगिक सैन्य और राजनयिक तंत्र के माध्यम से आगे बढ़ने के लिए सतत संवाद एवं संपर्क बनाए रखने पर सहमत हुए हैं। उन्होंने अंतरिम रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर शांति बनाए रखने की भी प्रतिबद्धता जताई है।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.