पटना 06 जून जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने गुरुवार को कहा कि लोगों ने नमो-नीतीश पर विश्वास जता कर एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि उन्हें वंशवाद नहीं बल्कि विकास पसंद है ।
श्री रंजन ने आज बयान जारी कर कहा कि लोग जानते हैं कि नमो-नीतीश जैसे राजनेताओं के लिए राष्ट्र और जनता प्रथम है। दोनों के सुशासन में देश और राज्य में हुए क्रांतिकारी बदलावों से भी सभी परिचित हैं। इसलिए सभी को विश्वास है कि नमो-नीतीश की जोड़ी से देश और बिहार का और तेज गति से विकास होगा । राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के तीसरे कार्यकाल में कई नए कीर्तिमान बनेंगे और पुराने ध्वस्त होंगे ।
जदयू प्रवक्ता ने बिहार के हित में नमो-नीतीश के कामों को गिनाते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद)-कांग्रेस की केंद्र सरकार के समय 2004-14 तक बिहार को 2 लाख 4 हजार करोड़ की राशि दी गयी थी, जिसमें से अधिकांश इनके घोटालों और कमीशनखोरी की भेंट चढ़ गये, वहीं श्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद बिहार को 7 लाख करोड़ से अधिक यानी यूपीए काल से 3 गुणा ज्यादा की राशि प्रदान की गयी । इसके अतिरिक्त मोदी सरकार ने 2015 में बिहार की आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए 1.25 लाख करोड़ का विशेष पैकेज भी दिया।
श्री रंजन ने कहा कि 9500 करोड़ रुपए की लागत से बरौनी में एचयूआरएल के उर्वरक संयत्र की स्थापना की गयी । साथ ही मुद्रा, प्रधानमन्त्री आवास, किसान सम्मान निधि और उज्ज्वला जैसी योजनाओं का लाभ भी बिहार वासियों को जम कर मिला । उन्होंने कहा कि इसी तरह श्री नीतीश कुमार ने प्रदेश से राजद-कांग्रेस के जंगलराज का खात्मा कर विकास की नयी धारा की शुरुआत की।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि 2004-05 की तुलना में राज्य का बजट दस गुणा अधिक हो चुका है । नीतीश की नीतियों से ही आज बिहार की 10.64 की विकास दर से देश का तीसरा सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य बना हुआ है । यह देश की विकास दर से भी तेज है । राजद-कांग्रेस के कुशासन में बिहार की प्रति व्यक्ति आय 14 हजार रुपये सालाना थी, वह नीतीश कुमार के सुशासन में बढ़कर 54 हजार रुपये से अधिक हो चुकी है । यदि राजद-कांग्रेस का जंगलराज नहीं होता तो यह 95 हजार से अधिक रहता ।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.