नयी दिल्ली , 20 जून चुनाव आयोग को 2024 के लोक सभा और विधान सभा चुनावों से संबंधित कुल 118 मतदान केंद्रों की इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की बर्न्ट मेमोरी/माइक्रोकंट्रोलर यूनिट की जांच अथवा सत्यापन के लिए 11 आवेदन प्राप्त हुए हैं।आयोग ने गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी।
इनमें से आठ आवेदन छह राज्यों - आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना की आठ लोक सभा सीटों और तीन आवेदन दो राज्यों आंध प्रदेश और ओडिशा के सभा चुनावों की मतगणना के घोषित परिणामों में दूसरे या तीसरे स्थान पर रहे प्रत्याशियों की ओर से हैं।
आयोग ने सात चरणों में कराए गए चुनाव के अंतिम चरण के दिन 1 जून, 2024 को इस तरह की जांच और सत्यापन के लिए अपनायी जाने वाली एक मानक प्रक्रिया (एसओपी ) जारी की थी।
इसके अतर्गत आयोग को लोग सभा की जिन सीटों के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं उनमें आंध्र प्रदेश विजयानगरम सीट के वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी ने दो विधान सभा क्षेत्रों के एक एक मतदान केंद्र की मशीनों ,छत्तीसगढ़ की कांकेर सीट के कांग्रेस प्रत्याशी ने तीन विधान सभा क्षेत्रों के कुल कुल चार मतदान केंद्र , हरियाणा की करनाल सीट के कांग्रेस प्रत्याशी ने कर्नाल और पानीपत विधान सभा क्षेत्र के दो दो मतदान केंद्रो और इसी पार्टी के फरीदाबाद सीट के उम्मीदवार ने बडकल विधान सभा सीट के दो मतदान केंद्रों की ईवीएम मशीनों की मेमोरी और माइक्रोकंट्रोलर यूनिट की जांच की मांग की है।
इसी तरह महाराष्ट्र की अहमदनगर लोक सभा सीट के भाजपा के प्रत्याशी ने कुल छह विधान सभा सीटों के अंतर्गत पड़ने वाले 40 मतदान केंद्रों की मशीनों की जांच के लिए आवेदन दिए हैं। इस तरह का आवेदन तमिलनाडु के वेल्लोर सीट के भाजपा प्रत्याशी ने छह विधान सीटों के एक-एक मतदान केंद्र के लिए आवेदन दिया है। तमिलनाडु में विरुदनगर सीट ही डीएमके के प्रत्याशी ने विरुदनगर विधान सभा सीट के 14 मतदान केंद्रों की मशीनों के सत्यापन की कराए जाने का आवेदन प्रस्तुत किया है।
तेलंगान की ज़हीराबाद सीट के भाजपा के उम्मीदवार ने तीन विधानसभा सीटों के कुल 20 मतदान केंद्रों की मशीनों के सत्यापन के लिए आवेदन कर रखा है।
इसी तरह दो राज्यों आंध्र प्रदेश और ओडिशा के विधान सभा चुनावों के संबंध में इन राज्यों की कुल तीन सीटों के 26 मतदान केंद्रों की ईवीएम मशीन की जांच के लिए आवेदन किए गए हैं। आंध्र प्रदेश में गजपतिनगरम विधान सभा सीट से पराजित वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार ने एक मतदान केंद्र की मशीनों के लिए तथा आंगोल सीट के इसी पार्टी के प्रत्याशी ने 12 मतदान केंद्रों के संबंध में अवेदन किया है।
ओडिशा में झारसूगुडा सीट के बीजू जनता दल (बीजेडी) के प्रत्याशी की ओर से 13 मतदान केंद्रों की मशीनों की जांच और सत्यापन कराने के लिए आवेदन किया गया है।
सत्यापन के संबंध में आयोग द्वारा पहली जून को जारी एसओपी के अनुसार सत्यापन के लिए प्राप्त आवेदनों के संबंध में संबंधित राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को परिणामों की घोषणा की तीथि से 30 दिनों के भीतर यानी इन चुनवों के संबंध में 4 जुलाई 2024 तक चुनाव आयोग को सूचित करते हुए, आवेदकों की समेकित सूची इवीएम निर्माताओं को देनी थी। विज्ञप्ति के अनुसार इन राज्यों के सीईओ ने पहले ही निर्धारित समय से 15 दिन पहले निर्माताओं को यह बता दिया है।
एसओपी और कानूनी स्थिति के अनुसार, सीईओ द्वारा संबंधित उच्च न्यायालयों के रजिस्ट्रार से संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में दायर चुनाव याचिका की स्थिति के सत्यापन के 4 सप्ताह के भीतर ईवीएम की बर्न्ट मेमोरी और माइ्रकोंप्रोसेसिंग यूनिट की जाँच और सत्यापन प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
प्रत्याशियों के लिए चुनाव याचिका (ईपी) दाखिल करने की समय-सीमा इन चुनाव के लिए परिणाम घोषित होने की तिथि से 45 दिन अर्थात 19 जुलाई, 2024 है। मशीनों की जांच और सत्यापन के काम के तौर तीरीके और प्रक्रिया आदि चुनाव याचिका अवधि समाप्त होने से पहले नियत समय पर जारी की जाएगी। मशीन विनिर्माता अर्जी प्राप्त होने के दो सप्ताह के भीतर ईवीएम जाँच और सत्यापन के लिए समय सारिणी जारी करेंगे।
निर्वाचन याचिका की स्थिति की पुष्टि के 4 सप्ताह के भीतर इकाइयों की जाँच और सत्यापन प्रारंभ होगा।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.