नयी दिल्ली 24 जून प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां नये संसद सदन में 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण की।
अस्थायी अध्यक्ष भर्तृहरि मेहताब ने श्री मोदी को सबसे पहले शपथ ग्रहण करायी। इसके बाद पीठासीन अधिकारियों के पैनल के सदस्य के रूप में भारतीय जनता पार्टी के राधामोहन सिंह ने शपथ ग्रहण की।
पूर्वाह्न 11 बजे सदन के समवेत होने के पहले सदन के नेता प्रधानमंत्री श्री मोदी, उपनेता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, कृषि, किसान कल्याण, ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान, शहरी विकास, आवासन एवं ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर आदि नेता सदन में मौजूद थे।
ठीक 11 बजे सदन के समवेत होने पर श्री मेहताब ने आसन ग्रहण किया और उसके तुरंत बाद राष्ट्रगान की धुन बजायी गयी। 18वीं लोकसभा के सभी सदस्यों को उनके निर्वाचन पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इसके बाद लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह ने निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदत्त नवनिर्वाचित सांसदों की सूची हिन्दी एवं अंग्रेज़ी में सदन के पटल पर रखी। अध्यक्ष ने सदन को सूचित किया कि श्री राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट से त्यागपत्र दे दिया है और उसे स्वीकार कर लिया गया है।
इसके बाद श्री मेहताब ने शपथ विधि के लिए नियम बताये कि सबसे नेता सदन के तौर पर प्रधानमंत्री, तत्पश्चात पीठासीन अधिकारियों के पैनल के सदस्य, फिर केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री, फिर स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और फिर राज्य मंत्री शपथ लेंगे। इसके बाद राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों के क्रम में वर्णानुक्रम से सांसदों को शपथ के लिए बुलाया जाएगा।
जैसे ही लोकसभा महासचिव ने प्रधानमंत्री श्री मोदी का नाम शपथ के लिए पुकारा, सत्ता पक्ष में हर्ष की लहर दौड़ गयी। श्री मोदी ने अध्यक्षीय आसन के दाहिनी ओर बने मंच पर आ कर शपथ ग्रहण की और फिर सदस्यता के रजिस्टर पर हस्ताक्षर किये। इसके बाद कांग्रेस के श्री कोडिकोनिल सुरेश और द्रविड़ मुनेत्र कषगम के श्री टी आर बालू का नाम पुकारा गया लेकिन ये दोनों उस समय सदन में उपस्थित नहीं थे। भाजपा के राधामोहन सिंह ने दूसरे नंबर पर और तीसरे नंबर पर श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने शपथ ग्रहण की। तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय भी पीठासीन अधिकारियों के पैनल में शामिल हैं लेकिन वह भी शपथ के लिए पुकारे जाने पर सदन में उपस्थित नहीं थे।
इसके उपरांत उपनेता राजनाथ सिंह, श्री अमित शाह, श्री गडकरी, श्री चौहान, श्री खट्टर आदि मंत्रियों ने शपथ ली।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.