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Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

ममता ने अपने ही मंत्रियों, अधिकारियों, नेताओं को लगाई फटकार



कोलकाता:  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव परिणाम के 20 दिन बाद  एक्शन मोड में दिखाई दी। ममता ने अपने 70 मिनट के भाषण में कई मुद्दों पर नाराजगी जताई। उन्होंने अपने ही मंत्रियों, अधिकारियों, नेताओं को जमकर फटकार लगाई है। उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के कुछ सहयोगियों को खरी-खोटी सुनाई है। उन्होंने टीएमसी पदाधिकारियों और नौकरशाहों के कामकाज पर सार्वजनिक रूप से नाराजगी जताई। ममता ने उन्हें 10 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि या तो कामकाज सुधारें या फिर इस्तीफा दें। उन्होंने मंत्रियों से लेकर नौकरशाहों, नगर पालिकाओं से लेकर राज्य शहरी विकास विभाग, पुलिस से लेकर जिला प्रमुखों तक सभी को आड़े हाथों लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मुझे बोलने का और आपको सुनने का मौका है। 
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जो कोई भी वसूली करेगा या लापरवाही बरतेगा, उसे पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे वसूली करने वाले नहीं, जनता के सेवक चाहिए। ममता ने हावड़ा, बिधाननगर और सिलीगुड़ी की नगर निगमों को सबसे ज्यादा फटकार लगाई।
 ममता बनर्जी ने दमकल मंत्री और विधायक सुजीत बोस पर कोलकाता के राजारहाट और साल्ट लेक सेक्टर-5 के वेबेल भवन के सामने अतिक्रमण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने राज्य के खाद्य प्रसंस्करण मंत्री और हावड़ा (मध्य) के विधायक अरूप रॉय और हावड़ा (उत्तर) के विधायक गौतम चौधरी पर भी वसूली का आरोप लगाया। ममता ने कहा कि अच्छी जिंदगी जीने के लिए आपको कितने पैसे चाहिए? आप बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूम रहे हैं, महंगे रेस्टोरेंट में खाना खा रहे हैं। सब ठीक है, लेकिन पहले जनता के बारे में सोचो।

अब होगी सेंट्रलाइज्ड टेंडर प्रक्रिया
मुख्यमंत्री ने टेंडर प्रक्रिया में एक बड़ा बदलाव करने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि अब नगर निकायों को ठेके देने का अधिकार नहीं होगा। इसकी जगह मुख्य सचिव, गृह, वित्त, भूमि, सिंचाई विभागों के सचिवों, पुलिस आयुक्तों और एक एडीजीपी स्तर के अधिकारी वाली एक समिति इस प्रक्रिया की देखरेख करेगी। ममता ने कहा कि कुछ लोगों के गलत कामों की वजह से सरकार की छवि खराब क्यों हो? अगर मैं गड़बड़ी देख सकती हूं तो आप क्यों नहीं? सड़कें गंदी क्यों हैं? क्या अब मुझे सड़कें भी साफ करनी पड़ेंगी?


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