नयी दिल्ली 06 जुलाई केन्द्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर कहा कि सहकारिता मंत्रालय ‘सहकार से समृद्धि’ के संकल्प के साथ करोड़ों सहकारी बहनों-भाइयों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सफल रहा है।
श्री शाह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन वर्ष पहले आज के ही दिन सहकारिता क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए इस मंत्रालय की स्थापना की थी। उन्होंने कहा, “साल 2021 में आज के ही दिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सहकारिता क्षेत्र को और मजबूत बनाने के लिए सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की थी। अस्तित्व में आने से लेकर आज तक ‘सहकार से समृद्धि’ के संकल्प के साथ यह मंत्रालय देश के करोड़ों सहकारी बहनों-भाइयों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है।”
उन्होंने कहा कि इस मंत्रालय ने सहकारी क्षेत्र को तकनीक संपन्न बनाकर न केवल अत्याधुनिक बनाया है, बल्कि 54 से अधिक पहल कर सहकारिता के पूरे तंत्र को अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा का महत्त्वपूर्ण भागीदार बनाया है। उन्होंने कहा, “देश के सहकारी तंत्र को मंत्रालय की स्थापना से नया जीवन देने के लिए मैं सभी सहकारी बहनों-भाइयों की ओर से मोदी जी का आभार व्यक्त करता हूँ।”
श्री शाह ने अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस पर किसानों की आय में बढ़ोतरी के लिए गांधीनगर में गुजरात सरकार की योजना के तहत नैनो उर्वरक की खरीद के लिए किसानों को 50 प्रतिशत सहायता राशि देने के कार्यक्रम का शुभारंभ किया
एक पोस्ट में उन्होंने कहा ,“ किसानों की आय में और बढ़ोतरी हो सके, इसके लिए आज अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर गुजरात सरकार द्वारा एग्रीकल्चर-2 (एजीआर-2) योजना के तहत नैनो उर्वरक की खरीद के लिए किसानों को 50 प्रतिशत की सहायता राशि दिए जाने के कार्य का शुभारंभ किया।”
सहकारिता मंत्री ने नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक लिमिटेड (एनसीओएल) द्वारा निर्मित भारत ऑर्गेनिक आटा का लोकार्पण भी किया, जिससे लोगों को रसायन मुक्त तथा गुणवत्तापूर्ण ऑर्गेनिक उत्पाद की उपलब्धता होगी।
उन्होंने कहा कि सहकारिता मंत्रालय किसानों, पशुपालकों, मत्स्य पालकों की आय बढ़ाने और देश तथा दुनिया को शुद्ध खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है। आने वाले वर्षों में सहकारिता क्षेत्र और भी सशक्त होकर विकसित तथा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाने वाला है।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.