नयी दिल्ली, 23 जुलाई महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी के सांसदों ने मंगलवार को पेश केंद्रीय बजट 2024-25 में उनके राज्य के लिये कुछ विशेष प्रावधान नहीं किये जाने पर गहरी निराशा व्यक्त करते हुये संसद परिसर में सरकार विरोधी नारे लगाये।
महाविकास अघाड़ी सरकार ने मोदी सरकार के विरोध में नारे लगाते हुये कहा कि बजट में आंध्र प्रदेश और बिहार के लिये तो विशेष आर्थिक प्रावधान किये गये हैं लेकिन महाराष्ट्र के लिये विशेष कुछ नहीं किया गया है।
इन सांसदों ने कहा कि मोदी सरकार को समर्थन देने वाले तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और जनता दल (यू) :जद यू: द्वारा शासित राज्यों आंध्र प्रदेश और बिहार के लिये तो अनेक प्रावधान किये गये हैं लेकिन शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शासित राज्य महाराष्ट्र के लिये कुछ नहीं किया गया है।
शिवसेना (उद्धव) की राज्य सभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जिस तरह तेदेपा और जद यू मोदी सरकार को समर्थन दे रहे हैं, उसी तरह शिवसेना शिंदे गुट और राकांपा अजित पवार गुट इस सरकार को समर्थन दे रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र के लिये विशेष रूप से एक रुपया भी नहीं दिया गया है।
सांसदों ने कहा कि श्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना को तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनायी। इसी तरह श्री अजित पवार ने राकांपा तोड़कर भाजपा से हाथ मिला लिया। ये दोनों दल मोदी सरकार को समर्थन दे रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र और बिहार के लिये आर्थिक मदद की अनेक घोषणायें की गयीं जबकि महाराष्ट्र को नजरंदाज कर दिया गया। महाराष्ट्र की जनता इसका राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में करारा जवाब देगी।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.