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Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

राजभवन की 'पीड़िता' ने राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को लिखा पत्र



कोलकाता। राजभवन की 'पीड़ित' ने पहले न्याय की गुहार लगाते हुए राज्यपाल सीवी आनंद बोस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इस बार उन्होंने राजभवन की घटना को विस्तार से बताते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।  महिला ने राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को ईमेल के जरिए इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद 'पीड़ित' ने इसी हफ्ते एक और पत्र भेजा। इससे गवर्नर बोस पर नया दबाव बढ़ने की संभावना है, जिसे लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं।
 
राजभवन 'छेड़छाड़' मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है। इस महीने की शुरुआत में 'पीड़ित' ने गवर्नर बोस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। पिछले शुक्रवार को यह मामला मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ के सामने आया। तीन जजों की खंडपीठ ने कुल तीन आदेश जारी किए। इसमें कहा गया कि राज्यों को नोटिस जारी करने और केंद्र को शामिल करने की अनुमति दी जाए, इसके अलावा पीठ ने निर्देश दिया कि केंद्र के अटॉर्नी जनरल मामले में सहयोग करें।
 
2 मई को राजभवन की एक अस्थायी महिला कर्मचारी ने राज्यपाल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। लेकिन कोलकाता पुलिस ने राज्यपाल के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं की क्योंकि संवैधानिक सुरक्षा उपायों के कारण ऐसे आरोपों की जांच नहीं की जा सकती। हालांकि, शिकायत रजिस्टर में दर्ज नहीं की गई, लेकिन कोलकाता पुलिस ने महिला के बयान के आधार पर जांच जारी रखी। लालबाजार के सूत्रों से पता चला है कि मामले पर डीसी (सेंट्रल) सक्रिय हो गए हैं।


स्थानीय

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