नयी दिल्ली, 01 अगस्त ओडिशा से राज्यसभा सांसद ममता मोहंता ने बीजू जनता दल (बीजद) छोड़ कर आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गयीं।
भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में श्रीमती मोहंता ने पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवं सांसद अरुण सिंह, ओडिशा प्रभारी विजयपाल सिंह तोमर, सांसद प्रदीप पाणिग्रही, सांसद श्रीमती अनीता शुभदर्शिनी, श्रीमती मालविका केसरीदेव और सांसद अनंत नायक की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
श्री अरुण सिंह ने श्रीमती मोहंता को भाजपा परिवार में स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में ओडिशा में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। श्री मोदी के नेतृत्व की केंद्र सरकार और ओडिशा में मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार काम कर रही है जिससे ओडिशा का तीव्र गति से विकास हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 24 वर्षों के कार्यकाल में बीजद ओडिशा के विकास को अनदेखा किया। आदिवासियों और पिछड़ों के अधिकारों को नजरंदाज किया गया इसलिए ओडिशा की जनता ने भाजपा को विजयी बनाया। देश की जनता को प्रधानमंत्री श्री मोदी की नीतियों और कार्यक्रमों पर विश्वास है। मोदी सरकार द्वारा गरीबों के सशक्तिकरण के लिए पक्का आवास, पांच किलो अनाज, पीने का पानी, शौचालय, स्वास्थ्य सुविधाएं दी गयी है।
उन्होंने कहा कि श्रीमती मोहंता ने बीजद महिला मोर्चा की अध्यक्ष रहते हुए मयूरभंज में महिलाओं के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। भाजपा की विचारधारा और प्रधानमंत्री श्री मोदी के जनकल्याणकरी एवं विकास की योजनाओं से प्रभावित होकर वह भाजपा परिवार में शामिल हुई हैं। उनके भाजपा में आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी।
भाजपा ओडिशा प्रभारी श्री तोमर ने कहा कि श्रीमती मोहंता ओडिशा के आदिवासी क्षेत्र से आती हैं और उनके भाजपा में शामिल होने से पार्टी को ओडिशा में बल मिलेगा। उनकी पकड़ से पार्टी की नीतियों को प्रोत्साहन मिलेगा और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में चल रही विकास यात्रा का हिस्सा बन रही हैं।
भाजपा में शामिल होने के पश्चात श्रीमती मोहंता ने भाजपा परिवार का हिस्सा बनने के लिए भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री माझी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री श्री मोदी के 'विकसित भारत' की संकल्पना को साकार करने में अपना हरसंभव योगदान देंगी।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.