नयी दिल्ली, 30 अगस्त वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 संबंधी संयुक्त संसदीय समिति ने जन सामान्य से इस विधेयक के संबंध में उनके विचार और सुझाव देने का अनुरोध किया है।
संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष लोकसभा सदस्य जगदंबिका पाल ने 'वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024' के व्यापक प्रभावों पर विचार करते हुए इस संबंध में सामान्य रूप से जनता और विशेष रूप से गैर-सरकारी संगठनों/विशेषज्ञों/हितधारकों और संस्थानों से विचार/सुझाव वाले ज्ञापन आमंत्रित करने का निर्णय लिया है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा में यथा पुरस्थापित वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को जांच और प्रतिवेदन के लिए संसद की संयुक्त संसदीय समिति को भेज दिया गया है। समिति में लोकसभा के 21 और राज्यसभा के 10 सदस्य हैं।
लोकसभा सचिवालय ने कहा कि समिति को लिखित ज्ञापन/सुझाव प्रस्तुत करने के इच्छुक लोग , उनकी दो प्रतियां अंग्रेजी अथवा हिन्दी में संयुक्त सचिव (जेएम), लोक सभा सचिवालय, कमरा नं 440, संसदीय सौंध, नई दिल्ली-110001, दूरभाष 23034440/23035284, फैक्स नंबर: 23017709 को भेज सकते हैं और इस विज्ञापन के प्रकाशन की तारीख से 15 दिनों के भीतर 'जेपीसीवक्फ़ डैश एलएसएस एट संसद डाॅट एनआईसी डाॅट इन पर ईमेल कर सकते हैं । 'वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024' का पाठ लोकसभा की वेबसाइट पर उपलब्ध है
लोकसभा सचिवालय के अनुसार समिति को प्रस्तुत किए गए ज्ञापन/सुझाव समिति के अभिलेखों का हिस्सा होंगे और इन्हें ‘गोपनीय’ माना जाएगा तथा इन्हें समिति के विशेषाधिकार प्राप्त होंगे। ज्ञापन प्रस्तुत करने के अलावा जो लोग समिति के समक्ष उपस्थित होने के इच्छुक हैं, उनसे अनुरोध है कि वे विशेष रूप से इसका उल्लेख करें। इस संबंध में समिति का निर्णय अंतिम होगा।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.