नयी दिल्ली 10 सितम्बर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल में बंद होने के कारण उत्पन्न संवैधानिक संकट के मद्देनजर आम आदमी पार्टी सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करने वाले भारतीय जनता पार्टी के ज्ञापन को केन्द्रीय गृह सचिव के पास भेज दिया है।
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता और दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता विजेन्द्र गुप्ता ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा , “ दिल्ली में लगातार हो रहे संवैधानिक उल्लंघनों और शासन की विफलताओं के चलते मेरे साथ सभी भाजपा विधायकों ने 30 अगस्त को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मिलकर दिल्ली सरकार की नाकामियों का ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन का संज्ञान लेते हुए राष्ट्रपति ने इसे उचित कार्यवाही के लिए केन्द्रीय गृह सचिव को भेज दिया है। मुझे पूरा विश्वास है कि सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी आम आदमी पार्टी के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी। ”
ज्ञापन में कहा गया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आबकारी नीति से जुड़े एक मामले में पिछले पांच महीने से जेल में बंद होने केे कारण राजधानी में कामकाज नहीं हो पा रहा है और कई विषयों को लेकर संवैधानिक संकट पैदा हो गया है।
इस ज्ञापन पर भाजपा के सभी आठ विधायकों ने हस्ताक्षर किये हैं। पत्र में राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की गयी है।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.