उत्तराखंड : जंगलों में रुक नहीं रहा आग का तांडव, वन विभाग ने बुझाने में लगाई ताकत >>>>>>>>> राज्यपाल ने राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर लगाई रोक, वित्त मंत्री चंद्रिमा पर भी लगा 'प्रतिबंध' >>>>>>>>> माध्यमिक परीक्षा में जिलों ने मारी बाजी, कूचबिहार का चंद्रचूड़ टॉपर >>>>>>>>> टीएमसी ने कुणाल घोष लिया एक्शन, महासचिव पद से हटाया
Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १७ मई २०२४

कोई राजनीतिक मजबूरियों के नाम पर देश-समाज हित के मुद्दों पर असहमत नहीं हो सकता : मोदी



अलीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों का देश एवं समाज के हित में मतभेदों से ऊपर उठकर सोचने का आह्वान करते हुए आज कहा कि हम आर्थिक विकास और बेहतर रहन-सहन, राष्ट्रीय सुरक्षा, महिलाओं के अधिकारों और राष्ट्रवाद के मामले में राजनीतिक एवं वैचारिक मजबूरियों के नाम पर असहमत नहीं हो सकते हैं।
श्री मोदी ने यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग केे माध्यम से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के शताब्दी समारोह में हिस्सा लिया। इस मौके पर उन्होंने एक डाक टिकट भी जारी किया।
श्री मोदी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं, ये स्वाभाविक भी है। लेकिन जब बात राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति की हो तो हर मतभेद किनारे रख देना चाहिए। जब आप सभी युवा साथी इस सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो ऐसी कोई मंजिल नहीं, जो हम मिल करके हासिल न कर सकें। शिक्षा हो, आर्थिक विकास हो, बेहतर रहन-सहन हो, अवसर हों, महिलाओं का हक हो, सुरक्षा हो, राष्ट्रवाद हो, ये वो चीज़ें हैं जो हर नागरिक के लिए ज़रूरी होती हैं। ये कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर हम अपनी राजनीतिक या वैचारिक मजबूरियों के नाम पर असहमत हो ही नहीं सकते।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया की नजरें भारत पर हैं। जिस सदी को भारत की सदी बताया जा रहा है, उस लक्ष्य की तरफ भारत कैसे आगे बढ़ता है, इसे लेकर पूरी दुनिया में जिज्ञासा है। इसलिए आज हम सभी का एकमात्र और एकनिष्ठ लक्ष्य ये होना चाहिए कि भारत को आत्मनिर्भर कैसे बनाएं। हम कहां और किस परिवार में पैदा हुए, किस मत-मज़हब में बड़े हुए, इससे भी अहम ये है कि हर एक नागरिक की आकांक्षाएं और उसके प्रयास देश की आकांक्षाओं से कैसे जुड़ें। जब इसको लेकर एक मज़बूत नींव पड़ेगी तो लक्ष्य तक पहुंचना और आसान हो जाएगा।


भारत

  • सुप्रीम कोर्ट ने कहा, जीएसटी के सभी मामलों में गिरफ्तारी जरूरी नहीं

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि जीएसटी के सभी मामलों में गिरफ्तारी की कोई जरूरत नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस एमएम सुंद्रेश और जस्टिस बेला एम. त्रिवेदी की पीठ ने सीमा शुल्क अधिनियम एवं जीएसटी अधिनियम से संबंधित प्रविधानों की संवैधानिक वैधता एवं व्याख्या को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर अपना फैसला सुरक्षित रखा और कहा कि गिरफ्तारी की आवश्यकता से गिरफ्तारी की शक्ति अलग है।

  • ग्वालियर की राजमाता माधवी राजे सिंधिया का निधन

    श्रीमती सिंधिया के पार्थिव शरीर को अपराह्न तीन बजे से सात बजे के बीच 27 सफदरजंग स्थित निवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा और इसके बाद ग्वालियर ले जाया जाएगा।

  • नागरिकता संशोधन नियम के तहत नागरिकता प्रमाण पत्रों का वितरण शुरू

    केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि गत मार्च में सीएए से संबंधित अधिसूचना जारी किये जाने के बाद योग्य लोगों को नियमों के अनुसार नागरिकता प्रमाण पत्र का वितरण शुरू हो गया है।