नई दिल्ली। आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। आज अरविंद केजरीवाल के आवास पर विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर सहमति बन गई। केजरीवाल के अचानक इस्तीफे की घोषणा के बाद से ही आतिशी का नाम प्रमुख दावेदारों में सबसे आगे था। वर्तमान में आतिशी कई विभागों का कार्यभार संभाल रही थीं। मार्च 2023 में, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद, उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली थी। कालकाजी विधानसभा से जीतकर आईं आतिशी के सामने कई चुनौतियां थीं, खासकर जब केजरीवाल सरकार पर हमले तेज हो रहे थे। उन्होंने न केवल कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी निभाई बल्कि मीडिया में भी पार्टी का पक्ष प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद, पार्टी और सरकार दोनों स्तरों पर उन्होंने नेतृत्व किया। जब पार्टी के अन्य नेताओं को लेकर सवाल उठ रहे थे, तब आतिशी सबसे आगे नजर आईं।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.