देहरादून, 28 अक्टूबर उत्तराखंड पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने पिथौरागढ़ जनपद निवासी दो सगे भाइयों जगदीश बोरा और कमलेश बोरा को रविवार रात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर पिथौरागढ़ सहित अन्य जनपदों में कई करोड़ रुपए की ठगी के आरोप हैं। दोनो पिछले करीब तीन साल से फरार थे। जिनपर क्रमश: 25 हजार और 10 हजार रुपए का पुरस्कार भी पुलिस ने घोषित किया हुआ था।
एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अभियुक्त जगदीश बोरा व कमलेश बोरा ने वर्ष 2019 से पिथौरागढ़ क्षेत्र के लगभग चालीस से पचास भोले-भाले व्यक्तियों को शेयर मार्केट, अलग-अलग स्कीमो में धनराशि इन्वेस्ट कर अत्यधिक मुनाफा दिलाने का झांसा देकर लगभग 25-30 करोड रुपये हडप लिये। दोनो भाई लोगों को पैसा वापस माँगने पर, उन्हें उनका पैसा शेयर मार्केट में लगा है, अभी बाजार बढ़ने पर मुनाफा होने पर पैसा वापस मिल जायेगा, कह कर मूर्ख बनाते रहे। उन्होंने बताया कि इसी तरह, इन दोनों ठग भाइयों ने कई लोगों को हल्द्वानी, जनपद नैनीताल में सस्ते दाम में जमीन दिलाने के नाम पर एडवान्स में पैसा लेकर ठगी की।
श्री सिंह ने बताया कि उक्त दोनो भाईयों के साथ करीब 17 लोगों का गिरोह बना हुआ था। उक्त गैंग के विरूद्व जनपद पिथौरागढ में अलग-अलग थानों में दर्जनों मुकदमें पंजीकृत है, जो अलग-अलग क्षेत्र में सक्रिय थे। जिनके विरूद्ध पिथौरागढ के अलग-अलग थानो में कई अभियोग पंजीकृत है। उन्होंने बताया कि एसटीएफ टीम विगत दो वर्ष से इनको पकड़ने के लिए मैनुवल सूचना एकत्र कर रही थी एंव इनको पकडने के लिए कई राज्यों में लगातार दबिश दे रही थी। उक्त एकत्र की गयी मैनुवल सूचना के आधार पर टीम द्वारा रविवार को दिल्ली से इन्हें गिरफ्तार करने में सफलता पायी गयी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार जगदीश सिंह बोरा पुत्र स्व० जीवन सिंह बोरा, निवासी मूल गाँव गराली पो० गराली, थाना जौलजीवी, जिला पिथौरागढ़ व विवेकानंद कालोनी, लिंक रोड, कोतवाली पिथौरागढ़, हाल निवासी टी-194, टॉप फलोर, बलजीत नगर, नियर अब्बू पार्क, लाल मन्दिर, थाना पटेलनगर, नयी दिल्ली और उसका दूसरा सगा भाई कमलेश सिंह बोरा, निवासी उपरोक्त को आज देहरादून में न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.