कोलकाता 11 नवंबर कोलकाता के आरजी कर चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में 31 वर्षीय रेजिडेंट डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या की घटना के तीन महीने दो दिन बाद सोमवार को सियालद सत्र न्यायालय में इस मामले की सुनवाई शुरू हुयी।
मुख्य आरोपी संजय रॉय (जो कोलकाता पुलिस से संबद्ध एक नागरिक स्वयंसेवक है) को प्रेसीडेंसी जेल से सियालदह अदालत (मध्य कोलकाता) लाने की व्यवस्था की गई। यहां कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में पहले से ही बहु-आयामी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है।
गौरतलब है कि 14 अगस्त को कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद इस जघन्य अपराध की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 02 नवंबर को आरजी कर चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में 09 अगस्त को हुए दुष्कर्म एवं हत्या मामले के संबंध में रॉय के खिलाफ आरोप तय किए। सीबीआई ने कथित तौर पर सबूतों से छेड़छाड़ करने के आरोप में आरजीके के पूर्व प्रचार्य संदीप घोष और यहां के ताला थाना के ओसी अभिजीत मंडल को भी गिरफ्तार किया। हत्या के मामले में केवल रॉय पर आरोप लगाया गया था।
अदालत के सूत्रों ने बताया कि मुकदमा अपराह्न 14:00 बजे कैमरे के सामने शुरू होने की उम्मीद है और सुनवाई सप्ताह में 3/4 दिन हो सकती है।
सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान सीबीआई ने 128 गवाहों से साक्ष्य लिए, लेकिन न्यायाधीश के सामने सुनवाई के दौरान बुलाने के लिए केवल 67 को ही सूचीबद्ध किया। गवाहों में पीड़िता के शोक संतप्त माता-पिता शामिल हैं। दुष्कर्म और हत्या ने पश्चिम बंगाल के साथ-साथ पूरे भारत और विदेशों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ।
यह खौफनाक घटना 09 अगस्त की सुबह सामने आई, जब कार्डियक विभाग की द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा 36 घंटे से अधिक काम करने के बाद सेमिनार हॉल में मृत पाई गई। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के अनुसार, रॉय पर भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 103(1), 64 (बलात्कार के लिए सजा) और 66 (मौत का कारण बनने के लिए सजा) के तहत मुकदमा चलेगा।
कोलकाता। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखने के लिए नबान्न नई व्यवस्था कर रहा है। राज्य सचिवालय के पास स्थित डीजी के कंट्रोल रूम में एक विशेष मॉनिटरिंग सेल बनाया जा रहा है, जिससे राज्य के किसी भी स्थान का सीसीटीवी फुटेज देखा जा सकेगा। पुलिस और नबान्न के सूत्रों के मुताबिक, इसका उद्देश्य 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले एक 'विशेष कक्ष' का उद्घाटन करना है। यह कदम पूरे बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति पर बेहतर निगरानी रखने के लिए उठाया गया है।
नई दिल्ली/ कोलकाता। अभिषेक बनर्जी की नाबालिग बेटी को लेकर अभद्र टिप्पणी के मामले में गिरफ्तार दो महिलाओं को पुलिस हिरासत में प्रताड़ित करने के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच की याचिका खारिज कर दी है। इसके बजाय, तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, जिसमें तीन आईपीएस अधिकारियों को शामिल किया गया है। इस तीन सदस्यीय टीम का नेतृत्व डीआईजी, प्रेसीडेंसी रेंज आकाश मघारिया करेंगे। अन्य दो सदस्य आईपीएस स्वाति भंगारिया और सुजाता कुमारी वीणापानी हैं। सुप्रीम कोर्ट के आद
कोलकाता। वक्फ बिल के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस मुखर होने जा रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ को 30 नवंबर शनिवार को एक बड़ी रैली आयोजित करने का निर्देश दिया है। यह रैली रानी रासमणि रोड पर आयोजित की जाएगी, जहां तृणमूल अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष और इटाहार विधायक मोशरफ हुसैन इसका नेतृत्व करेंगे। इस आयोजन में तृणमूल के मुख्य सचिव कल्याण बंद्यापाध्याय लोकसभा में वक्फ बिल पर पार्टी की स्थिति स्पष्ट करेंगे, जबकि मेयर फिरहाद हकीम भी उपस्थित रहेंगे। तृणमूल कांग्रेस पहले ही वक्फ