अभिषेक के जन्मदिन पर बधाई का तांता, कार्यालय के बाहर हुई भारी भीड़ >>>>>>>>>>> >>> वातावरण बंगाल की खाड़ी में फिर से बनेगा निम्न दबाव, मौसम में बदलाव के आसार >>>>>>>>>>> >>> अब गंगा के नीचे कोलकाता से हावड़ा तक बनेगा सुरंग मार्ग, केंद्र सरकार ने बनाई योजना >>>>>>>>>>> >>> पोस्ता पूजा के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा "बंगाल को अपना घर बनाएं" >>>>>>>>>>> >>> अमित शाह की मौजूदगी में ‘भड़काऊ’ टिप्पणी के आरोप में मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज
Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

किसान आन्दोलन के 100 दिन होने पर देश भर में विरोध प्रदर्शन


 
नई दिल्ली। कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसान आन्दोलन को छह मार्च को एक सौ दिन पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा ने विरोध प्रदर्शन के कई आयोजनों की रूप रेखा तैयार की है और विधान सभा चुनाव वाले पांच राज्यों में भारतीय जनता पार्टी के विरोध में प्रचार करने का निर्णय किया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर कड़ाके की ठंड झेलने के बाद भीषण गर्मी से निपटने की तैयारी में जुटे किसानों ने अपने रहने के स्थानों पर एसी , कूलर और पंखे लगाने की तैयारी शुरु कर दी है । कई स्थानों पर पक्के शौचालय और पानी की आपूर्ति के लिए पाइप लाइन भी लगा लिये गये हैं । कपड़े धाेने की मशीन और कई अन्य सुविधायें पहले से उपलब्ध थी ।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शन पाल सिंह और योगेन्द्र यादव के अनुसार छह मार्च से आंदोलन का स्वरुप भी बदल जाएगा । छह मार्च को कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे (केएमपी) की पाँच घंटों तक नाकेबंदी की जाएगी । यह सुबह ग्यारह बजे से शुरू होकर शाम के चार बजे तक चलेगी ।
किसान नेताओं के अनुसार दूसरे राज्यों में भी किसान छह मार्च को प्रदर्शन करेंगे और कृषि क़ानूनों के विरोध में काली पट्टियां बांधेंगे । आठ मार्च को महिला दिवस के अवसर पर देश में किसानों के आन्दोलन स्थलों का संचालन महिलाएं करेंगी ।
संयुक्त किसान मोर्चा ने पिछले मंगलवार को बड़ा ऐलान किया जिसके तहत बंगाल में 12 मार्च को किसानों की विशाल रैली होगी । इसके अलावा विधान सभा चुनाव वाले असम समेत उन सभी राज्यों में भाजपा का विरोध किया जायेगा । किसान नेता इन सभी राज्यों में जायेंगे और भाजपा के विरोध में चुनाव प्रचार करेंगे ।
पंजाब , हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अनेक किसान पिछले तीन माह से दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलन कर रहे हैं जबकि कुछ किसान जरुरत के हिसाब से अपने घर जाते हैं और फिर वापस आन्दोलन स्थल पर आ जाते हैं । इन आन्दोलकारी किसानों ने अपने ट्रैक्टर ट्राली पर अस्थायी आवास बना रखा है ।
चालीस किसान संगठनों के नेताओं और सरकार के बीच बारह दौर की बातचीत पूरी हो चुकी है लेकिन दोनों के बीच सहमति नहीं बनी है । किसान नेता कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं जबकि सरकार इनमें संशोधन करने पर डटी हुयी है । किसान नेताओं ने अनेक अवसरों पर कहा है कि वे लम्बे समय तक आन्दोलन के लिए तैयार हैं । आन्दोलनकारी किसानों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए पंखे , बड़े बड़े कूलर और एसी तक दान में दिये जा रहे हैं ।
सिंघु बार्डर , गाजीपुर और टीकरी सीमा पर आन्दोलन का केन्द्र बिन्दु बना रखा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर कई बार किसानों से आन्दोलन समाप्त करने की अपील कर चुके हैं ।


स्थानीय

  • राज्य में कानून-व्यवस्था की निगरानी के लिए नबान्न के पास विशेष मॉनिटरिंग सेल

    कोलकाता। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखने के लिए नबान्न नई व्यवस्था कर रहा है। राज्य सचिवालय के पास स्थित डीजी के कंट्रोल रूम में एक विशेष मॉनिटरिंग सेल बनाया जा रहा है, जिससे राज्य के किसी भी स्थान का सीसीटीवी फुटेज देखा जा सकेगा। पुलिस और नबान्न के सूत्रों के मुताबिक, इसका उद्देश्य 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले एक 'विशेष कक्ष' का उद्घाटन करना है। यह कदम पूरे बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति पर बेहतर निगरानी रखने के लिए उठाया गया है।

  • अभिषेक बनर्जी की बेटी को लेकर अभद्र टिप्पणी के मामले में सीबीआई जांच से इनकर

    नई दिल्ली/ कोलकाता। अभिषेक बनर्जी की नाबालिग बेटी को लेकर अभद्र टिप्पणी के मामले में गिरफ्तार दो महिलाओं को पुलिस हिरासत में प्रताड़ित करने के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच की याचिका खारिज कर दी है। इसके बजाय, तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, जिसमें तीन आईपीएस अधिकारियों को शामिल किया गया है। इस तीन सदस्यीय टीम का नेतृत्व डीआईजी, प्रेसीडेंसी रेंज आकाश मघारिया करेंगे। अन्य दो सदस्य आईपीएस स्वाति भंगारिया और सुजाता कुमारी वीणापानी हैं। सुप्रीम कोर्ट के आद

  • ममता ने वक्फ बिल के खिलाफ रानी रासमणि रोड पर विरोध प्रदर्शन का किया आह्वान

    कोलकाता। वक्फ बिल के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस मुखर होने जा रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ को 30 नवंबर शनिवार को एक बड़ी रैली आयोजित करने का निर्देश दिया है। यह रैली रानी रासमणि रोड पर आयोजित की जाएगी, जहां तृणमूल अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष और इटाहार विधायक मोशरफ हुसैन इसका नेतृत्व करेंगे। इस आयोजन में तृणमूल के मुख्य सचिव कल्याण बंद्यापाध्याय लोकसभा में वक्फ बिल पर पार्टी की स्थिति स्पष्ट करेंगे, जबकि मेयर फिरहाद हकीम भी उपस्थित रहेंगे। तृणमूल कांग्रेस पहले ही वक्फ