अमेरिका-चीन में नया ट्रेड वॉर शुरू: चीन ने 34% टैरिफ लगाया >>>>>>>>>>>>>>>> गुरदासपुर में पादरी पर बीसीए छात्रा से दुष्कर्म और जबरन गर्भपात कराने का आरोप >>>>>>>>>>>>>>>>>>>> रामनवमी पर सख़्त निगरानी: 10 संवेदनशील ज़िलों में कड़ी सुरक्षा, लालबाज़ार सतर्क >>>>>>>>>>>>>>>>>>>> आइलैंड पर 6.9 तीव्रता का भूकंप, पापुआ न्यू गिनी के लिए सुनामी चेतावनी जारी >>>>>>>>>>>>>>>>>>>>श्रीलंका पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, बारिश के बावजूद किया जोरदार स्वागत >>>>>>>>>>>>>>>>>>>> लखनऊ ने मुंबई को हराया,12 रन से जीता मैच
Dainik Vishwamitra

रविवार ६ अप्रैल

प्रधानमंत्री बांग्लादेश यात्रा पर



 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बंगलादेश की दो दिन की यात्रा पर शुक्रवार की सुबह ढाका के लिए रवाना हो गए। श्री मोदी बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के निमंत्रण पर पड़ोसी देश की स्थापना के स्वर्ण जयंती वर्ष और बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की जन्मशती के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए वहां गए हैं।
सूत्रों के अनुसार श्री मोदी ढाका पहुंचने के तुरंत बाद राष्ट्रीय शहीद स्मारक जायेंगे और बंगलादेश मुक्ति संग्राम में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वह अपराह्न में बंगलादेश के राष्ट्रीय दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शाम को बापू बंगबंधु डिजिटल वीडियो प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री बंगलादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हमीद से भेंट करेंगे और मेजबान प्रधानमंत्री श्रीमती हसीना के साथ प्रतिनिधि मंडल स्तर की बैठक में शिरकत करेंगे। वह बंगलादेश के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और गणमान्य लोगों से भी मिलेंगे।
श्री मोदी ने अपने यात्रा पूर्व वक्तव्य में कहा,“मुझे खुशी है कि कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद किसी ऐसे पड़ोसी मित्र देश की यह मेरी पहली विदेश यात्रा है, जिसके साथ भारत के सांस्कृतिक, भाषाई और दोनों देशों के लोगों के बीच आपस में गहरे संबंध हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह बंगलादेश के राष्ट्रीय दिवस समारोह में अपनी भागीदारी का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। बंगलादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशती भी मनाई जा रही है। बंगबंधु पिछली शताब्दी के कद्दावर नेताओं में से एक थे, जिनका जीवन और आदर्श लाखों लोगों को प्रेरित करता है। उनकी स्मृति को सम्मान देने के लिए वह तुंगीपाड़ा में बंगबंधु की समाधि पर जाएंगे।
उन्होंने कहा कि वह पौराणिक परंपरा की 51 शक्तिपीठों में से एक, प्राचीन जशोरेश्वरी काली मंदिर में देवी काली की पूजा करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा,“मैं विशेष रूप से ओराकांडी में मतुआ समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ अपनी बातचीत की भी प्रतीक्षा कर रहा हूं, जहां से श्री हरिचंद्र ठाकुर जी ने अपने पवित्र संदेश का प्रसार किया।”
श्री मोदी ने कहा,“मेरी यात्रा प्रधानमंत्री शेख हसीना के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत बंगलादेश की उल्लेखनीय आर्थिक और विकासात्मक प्रगति के लिए न केवल उनकी सराहना करने का अवसर होगी, बल्कि इन उपलब्धियों के लिए भारत के सहयोग के लिए भी प्रतिबद्ध होगी। मैं कोविड-19 के खिलाफ बंगलादेश के संघर्ष के लिए भारत के समर्थन और एकजुटता को भी व्यक्त करूंगा।” (वार्ता)


विश्व

  • अमेरिकी आयोग ने भारतीय खुफिया एजेंसी ‘रॉ’ पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की

    वॉशिंगटन/नई दिल्ली – अमेरिका की संघीय सरकार द्वारा गठित यूएस कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम (USCIRF) ने भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है। मंगलवार को जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में आयोग ने आरोप लगाया कि भारतीय खुफिया एजेंसी का संबंध सिख अलगाववादियों की हत्या की साजिशों से है। रिपोर्ट में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी भाजपा का भी जिक्र किया गया है।

  • बांग्लादेश में राजधानी बदलने की मांग तेज, आम जनता ने उठाए सवाल

    ढाका: बांग्लादेश की राजधानी ढाका को बदलने की मांग लगातार जोर पकड़ रही है। बढ़ती जनसंख्या, अव्यवस्थित शहरीकरण, ट्रैफिक जाम और बुनियादी सुविधाओं की कमी ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। स्थानीय नागरिकों और विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान परिस्थितियों में ढाका अब रहने योग्य नहीं रह गया है और देश को एक नई राजधानी की आवश्यकता है।

  • अमेरिका ने पाकिस्तान को दिया बड़ा झटका, पाक राजदूत को एयरपोर्ट से ही किया डिपोर्ट

    इस्लामाबाद। पाकिस्तान को एक और बड़ी कूटनीतिक शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। तुर्कमेनिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत के.के. अहसान वगान को अमेरिका में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें एयरपोर्ट से ही डिपोर्ट कर दिया गया। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वगान लॉस एंजेलिस की निजी यात्रा पर थे, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने इमिग्रेशन नियमों का हवाला देते हुए उन्हें देश में दाखिल होने से रोक दिया।