चेन्नई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-मद्रास (आईआईटी-एम) के दो प्रोफेसरों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की तरफ से 2019-2020 के प्रतिष्ठित ‘स्वर्णजयंती फेलोशिप’ के लिए चुना गया है। आईआईटी-एम ने सोमवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि आईआईटी-एम के प्रोफेसर प्रभु राजगोपाल और डॉ पी अनबरसन को भारत के उन 21 शोधकर्ताओं में शामिल किर लिया गया है जिन्हें इस फेलोशिप के लिए चुना गया है और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के प्रमुख क्षेत्रों में बुनियादी शोध के लिए समर्थन दिया गया है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर प्रभु राजगोपाल को ‘इंजीनियरिंग विज्ञान’ विषय के अंतर्गत चुना गया है जबकि रसयान विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अनबरसन को ‘रसायन विज्ञान’ विषय के अंतर्गत चुना गया है। ‘स्वर्णजयंती फेलोशिप’ के लिए चुने गये लोगों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के प्रमुख क्षेत्रों में बुनियादी शोध के लिए समर्थन देने के साथ-साथ विशेष सहायता प्रदान की जाती है। (वार्ता)
पटना। वैश्विक महामारी कोरोना के मामले सामने आने के बाद से बिहार में बंद स्कूल नौ महीने के अंतराल पर सोमवार से खुल गए। बिहार सरकार से अनुमति मिलने के बाद पटना समेत राज्य के अन्य जिलों में सोमवार से सरकारी तथा निजी विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य शुरू हो गया है । सरकार ने अभी नौवीं से लेकर बारहवीं तक की कक्षाओं के ही संचालन की अनुमति दी है । इन कक्षाओं में 50 प्रतिशत बच्चों को ही बुलाने की अनुमति दी गई है। हालांकि इसके बावजूद बच्चों की उपस्थिति कई स्कूलों में आज काफी कम देखी गई।
मुंबई, 20 नवंबर। बृहन्मुंबई नगर पालिका (बीएमसी) ने शुक्रवार को मुंबई के स्कूल 31 दिसंबर तक बंद रहने की घोषणा की। बीएमसी ने पहले 23 नवंबर से स्कूल खुलने की घोषणा की थी लेकिन कोरोना वायरस (कोविड-19) की समस्या को देखते हुए स्कूलों को 31 दिसंबर तक बंद रहने की घोषणा की।
चेन्नई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-मद्रास (आईआईटी-एम) के दो प्रोफेसरों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की तरफ से 2019-2020 के प्रतिष्ठित ‘स्वर्णजयंती फेलोशिप’ के लिए चुना गया है। आईआईटी-एम ने सोमवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि आईआईटी-एम के प्रोफेसर प्रभु राजगोपाल और डॉ पी अनबरसन को भारत के उन 21 शोधकर्ताओं में शामिल किर लिया गया है जिन्हें इस फेलोशिप के लिए चुना गया है और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के प्रमुख क्षेत्रों में बुनियादी शोध के लिए समर्थन दिया गया है।