कोविंद ने की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात
ढाका। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद बुधवार को बंगलादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में शामिल होने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर ढाका पहुंचे। श्री कोविंद के ढाका पहुंचने पर प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उनसे मुलाकात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की।
श्री कोविंद यहां मुक्ति संग्राम में विजय की स्वर्ण जयंती और मुजीब के शताब्दी वर्ष की समाप्ति के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले समारोहों में भाग लेंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट किया,“ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने बहुआयामी और व्यापक द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने 1971 के मुक्ति संग्राम की भावना को याद किया और मैत्री दिवस के संयुक्त समारोह पर संतोष व्यक्त किया।”
बंगलादेश के विदेश मंत्री डॉ ए के अब्दुल मोमेन ने भी श्री कोविंद से यहां मुलाकात की और उन्हें दोनों देशों के बीच सहयोग और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भविष्य की संयुक्त परियोजनाओं के बारे में बातचीत हुयी। इस मुलाकात से पहले श्री कोविंद ने राष्ट्रीय शहीद स्मारक पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और फिर इसके बाद बंगबंधु स्मारक संग्रहालय पहुंचकर श्री शेख मुजीबुर रहमान को श्रद्धांजलि दी।
राष्ट्रपति एयर इंडिया की उड़ान एआई1 से पूर्वाह्न 11:10 बजे ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे। यहां पर उनका बंगलादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हमीद ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी और बेटी, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, दो सांसद और विदेश सचिव भी हैं।
बंगलादेश के विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमेन ने कहा कि यह भारत के किसी राष्ट्रपति कोविंद की पहली बंगलादेश यात्रा है। श्री कोविंद ने सबसे पहले सावर में राष्ट्रीय शहीद स्मारक पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और इसके बाद वह श्री शेख मुजीबुर रहमान को श्रद्धांजलि देने के लिए बंगबंधु स्मारक संग्रहालय गये।
इस वर्ष की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा का उल्लेख करते हुए श्री मोमेन ने कहा, “भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का एक ही वर्ष में एक पड़ोसी देश की यात्रा करना इतिहास में दुर्लभ है। उनकी यात्राएं दोनों देशों के बीच दोस्ती का प्रतिबिंब करती हैं।”
भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार इस ऐतिहासिक अवसर पर श्री कोविंद की यह यात्रा पड़ोसी देश को उच्च प्राथमिकता दिये जाने का द्योतक है। इस यात्रा से दोनों देश के द्विपक्षीय संबंध और प्रगाढ़ होंगे।
विदेश मंत्रालय ने कहा,“ यह ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों, आपसी विश्वास और समझ के आधार पर बहुआयामी और अपरिवर्तनीय साझेदारी को और मजबूत करने तथा दोनों देशों के बीच प्रगाढ़ रिश्तों की पुष्टि करता है।”
श्री कोविंद गुरुवार को अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय परेड ग्राउंड में बंगलादेश के विजय दिवस समारोह की स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेंगे। इसके बाद वह गुरुवार को अपराह्न बंगलादेश के प्रथम राष्ट्रपित और मुक्ति संग्राम के नायक शेख मुजीबुर्रहमान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए संसद भवन में आयोजित समारोह 'ग्रेट विक्ट्री हीरोज' में भाग लेंगे। इस मौके पर बंगलादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हमीद और प्रधानमंत्री शेख हसीना और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे।
श्री कोविंद अपनी तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन भारत रवाना होने से पहले रमना काली मंदिर के नवनिर्मित खंड का उद्घाटन करेंगे। वहां मंदिर समिति के सदस्यों से बातचीत के बाद श्री कोविंद अपराह्न दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।