बीजेपी को केवल कांग्रेस हरा सकती है, क्षेत्रीय पार्टियां नहीं- राहुल गांधी
कांग्रेस के चिंतन शिविर में राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की रूपरेखा तय कर दी। राहुल गांधी ने साफ साफ कह दिया कांग्रेस पार्टी अकेले ही बीजेपी से लड़ेगी, क्षेत्रीय दलों में कुव्वत नहीं है। चिंतन शिविर में राहुल गांधी ने कहा कि हमें जनता को बताना होगा कि यह लड़ाई क्षेत्रीय पार्टियां नहीं लड़ सकती। यह लड़ाई केवल कांग्रेस ही लड़ सकती है। क्षेत्रीय पार्टियां, बीजेपी को कभी भी नहीं हरा सकती हैं क्योंकि उनके पास कोई विचारधारा नहीं है, वे अलग-अलग हैं। क्षेत्रीय पार्टियां जाति की राजनीति से आगे बढ़ती ही नहीं हैं। राहुल गांधी के दावे के बाद सवाल उठ रहा है कि एकला चलो की नीति क्या कांग्रेस की नैया पार लगाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि कांग्रेस पिछले दो लोकसभा चुनाव (2014-19) में बुरी तरह से हारी है। जहां तक राज्यों की बात है तो राजस्थान, छत्तीसगढ़ जैसे गिने चुने राज्यों में ही कांग्रेस की सरकार है। एक नजर राहुल गांधी के दावों पर...
राहुल गांधी का मानना क्षेत्रीय दल बीजेपी से नहीं लड़ सकते
दिल्ली के लिए राहुल गांधी, बीजेपी से अकेला लड़ना चाहते हैं। राहुल गांधी का मानना है कि क्षेत्रीय पार्टियों में बीजेपी का मुकाबला करने की कुव्वत नहीं है। लेकिन पिछले दो लोकसभा चुनाव को देखें कांग्रेस को बीजेपी के सामने कोई खास सफलता नहीं मिली है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा। इस चुनाव में मोदी की 'आंधी' में लोकसभा की 543 सीटों में से यूपीए को सिर्फ 60 सीटें मिली थीं। इनमें से कांग्रेस को केवल 44 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था। जबकि एनडीए को 336 सीटें मिली थी। अकेले भाजपा ने 282 सीटें जीती थीं। राहुल गांधी जिन क्षेत्रीय दलों को कोस रहे हैं, उनका प्रदर्शन 2014 में कांग्रेस से खराब नहीं कहा जा सकता है, जैसे एआईएडीएमके को 37 सीट, तृणमूल कांग्रेस (TMC) 34 सीट और बीजू जनता दल को 20 सीटें मिली थी।
क्षेत्रीय दलों ने राहुल गांधी के बयान को बचकाना बताया
राहुल गांधी के बयान पर क्षेत्रीय दलों ने पलटवार करते हुए इसे बचकाना बताया है. समाजवादी पार्टी ने कहा चिंतन शिविर का निष्कर्ष अपने आप में दिखाता है कि कांग्रेस देश की राजनीति के लिए कितनी खतरनाक है. वहीं आरजेडी के पार्षण रामबली सिंह ने कहा, अभी के समय में बीजेपी काफी मजबूत है उसे परास्त करने के लिए क्षेत्रीय पार्टी का सहयोग के बिना कांग्रेस पार्टी कुछ भी नहीं कर सकती है.
इसके अलावा, जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा, एक तरफ राहुल गांधी क्षेत्रीय पार्टी पर कटाक्ष करते हैं और दूसरी ओर बिहार में क्षेत्रीय पार्टी के पिछलग्गु बने हुए हैं. परिवारवाद पार्टी का यहीं हश्र होता है.