इंडिया गठबंधन को झटका, ममता ने बंगाल में ऐकला चलो की नीति अपनाई
कोलकाता। इंडिया गठबंधन को आज उस समय बड़ा झटका लगा, जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी राज्य में अकेले चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनके सभी प्रस्तावों को ठुकराया गया इसलिए उन्होंने अकेले लड़ने का निर्णय लिया है। तृणमूल कांग्रेस बंगाल में किसी से तालमेल नहीं करेगी। उनके दल को बंगाल में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की कोई जानकारी नहीं दी गई। न ही कांग्रेस ने इस बारे में उन लोगों से कोई चर्चा की। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का पश्चिम बंगाल से कोई लेना-देना नहीं है। पहले दिन ही उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया गया था। उनके अनुसार, "मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि देश में क्या किया जाएगा लेकिन हम एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी हैं और बंगाल में हैं. हम अकेले ही भाजपा को हरा देंगे। मैं इंडिया गठबंधन का हिस्सा हूं। राहुल गांधी की न्याय यात्रा हमारे राज्य से गुजर रही है लेकिन हमें इसके बारे में सूचित नहीं किया गया।"
इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, लंबे सफर में स्पीड ब्रेकर आते हैं। ममता बनर्जी के बिना गठबंधन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। वहीं कन्हैया कुमार ने ममता बनर्जी के फैसले पर कहा, चुनाव इस देश में होते रहेंगे।चुनाव का हमारी इस यात्रा से कोई मतलब नहीं है। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने ममता के ऐलान पर कहा, हम पूरे घटनाक्रम को लेकर चिंतित भी हैं और कष्ट में भी हैं। उल्लेखनीय है कि के मणिपुर से शुरु हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पश्चिम बंगाल में 5 दिनों में 7 जिले कवर करते हुए कुल 523 किलोमीटर का दायरा तय करेगी. गुरुवार (25 जनवरी, 2024) को यह बंगाल में कूचबिहार से प्रवेश करेगी. हालांकि, यह राजधानी कोलकाता नहीं जाएगी।