हमास के नए चीफ की तलाश खत्म, खालिद मेशाल बने नए नेता
चरमपंथी संगठन हमास ने अपने नए चीफ के रूप में खालिद मेशाल को चुना है। इस्माइल हानिया की बुधवार, 31 जुलाई को ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव का माहौल है। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई ने इस हत्या के लिए इजरायल पर सीधे हमले का आदेश दिया है, जिससे ईरान में आक्रोश व्याप्त है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, 1997 में जॉर्डन की राजधानी अम्मान में इजरायल ने खालिद मेशाल की हत्या की कोशिश की थी, लेकिन वे असफल रहे। इजरायली एजेंट्स ने उन्हें जहर का इंजेक्शन दिया था, लेकिन खालिद मेशाल बच गए। इस घटना के बाद, खालिद मेशाल दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गए। उस समय के जॉर्डन के किंग हुसैन इजरायल पर भड़क गए थे और हत्यारों को फांसी देने की घोषणा कर दी थी।
किंग हुसैन ने चेतावनी दी थी कि अगर इजरायल खालिद को बचाने के लिए एंटीडोट नहीं देता, तो वह इजरायल के साथ शांति संधि को समाप्त कर देंगे। इजरायल ने जॉर्डन के किंग की बात मानी और एंटीडोट के साथ-साथ हमास लीडर शेख अहमद यासीन को भी रिहा कर दिया। सात साल बाद गाजा में यासीन की हत्या कर दी गई थी। माना जा रहा है कि खालिद मेशाल इजरायल के प्रति कठोर रुख अपनाएंगे।
हमास के चीफ इस्माइल हानिया तेहरान में नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण में हिस्सा लेने आए थे, जहां उनकी हत्या कर दी गई। आरोप है कि इस हत्या के पीछे इजरायल का हाथ है, हालांकि इजरायल ने इन आरोपों को स्वीकार नहीं किया है। लेकिन इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश अपने सभी दुश्मनों को सबक सिखाता रहेगा।