वाशिंगटन 09 अगस्त अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार एवं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या के प्रयास में हमलावर ने गन क्लब की सदस्यता ली थी।
‘एबीसी न्यूज’ ने शुक्रवार को आयोवा सीनेटर चक ग्रासली के कार्यालय के हवाले से यह जानकारी दी।
रिपोर्ट के मुताबिक हमलावर थॉमस मैथ्यू क्रुक्स कथित तौर पर 10 अगस्त, 2023 को पेंसिल्वेनिया में क्लेयरटन स्पोर्ट्समैन के गन क्लब में शामिल हुआ था और 43 बार वहां गया था।
थॉमस ने गत 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया प्रांत में रैली के दौरान पूर्व राष्ट्रपति की हत्या करने की कोशिश की, लेकिन असॉल्ट राइफल से निकली गोली श्री ट्रम्प के दाहिने कान को छूते हुए निकल गयी। इसी दौरान अमेरिकी सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने हमलावर को मार गिराया। गोलीबारी में एक दर्शक की मौत हो गयी और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
संघीय जांच ब्यूरो घटना की जांच कर रही है , लेकिन हमलावर का मकसद पता नहीं चल पाया है। इस घटना ने हत्या के प्रयास को रोकने में अमेरिकी सीक्रेट सर्विस की विफलता के मद्देनजर इसके निदेशक को इस्तीफा देना पड़ा।
वॉशिंगटन/नई दिल्ली – अमेरिका की संघीय सरकार द्वारा गठित यूएस कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम (USCIRF) ने भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है। मंगलवार को जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में आयोग ने आरोप लगाया कि भारतीय खुफिया एजेंसी का संबंध सिख अलगाववादियों की हत्या की साजिशों से है। रिपोर्ट में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी भाजपा का भी जिक्र किया गया है।
ढाका: बांग्लादेश की राजधानी ढाका को बदलने की मांग लगातार जोर पकड़ रही है। बढ़ती जनसंख्या, अव्यवस्थित शहरीकरण, ट्रैफिक जाम और बुनियादी सुविधाओं की कमी ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। स्थानीय नागरिकों और विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान परिस्थितियों में ढाका अब रहने योग्य नहीं रह गया है और देश को एक नई राजधानी की आवश्यकता है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान को एक और बड़ी कूटनीतिक शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। तुर्कमेनिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत के.के. अहसान वगान को अमेरिका में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें एयरपोर्ट से ही डिपोर्ट कर दिया गया। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वगान लॉस एंजेलिस की निजी यात्रा पर थे, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने इमिग्रेशन नियमों का हवाला देते हुए उन्हें देश में दाखिल होने से रोक दिया।