इस्लामाबाद, 5 सितंबर पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने आतंकवाद के खिलाफ ‘युद्ध में एक एकीकृत सेाच’ विकसित करने के लिए विभिन्न संप्रदायों के धार्मिक विद्वानों से परामर्श करने की योजना की घोषणा की है।
‘द ट्रिब्यून एक्सप्रेस’ ने रेडियो पाकिस्तान के हवाले से बताया कि यह पहल हालिया आतंकवादी हमलों में आयी तेजी के बाद हुई है। इन हमलों में बलूचिस्तान में 50 से अधिक मौतें हुईं।
केंद्रीय रुएत-ए-हिलाल समिति के अध्यक्ष मौलाना सैयद मुहम्मद अब्दुल खबीर आज़ाद के साथ एक बैठक के दौरान श्री नकवी ने चरमपंथ के खिलाफ एक प्रभावी रणनीति तैयार करने के लिए सभी विचारधाराओं के उलेमा को शामिल करने के महत्व पर जोर दिया।
मंत्री ने आतंकवाद और चरमपंथी विचारधाराओं का मुकाबला करने में धार्मिक विद्वानों को शामिल करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी परामर्श अभियान की योजना बनाई है, जिसमें धार्मिक नेताओं से सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने आतंकी हमलों में बढ़ोतरी के लिए पड़ोसी देश अफगानिस्तान पर उंगली उठाई है।
सरकार का दावा है कि अफगान तालिबान द्वारा काबुल पर कब्ज़ा करने के बाद से पाकिस्तान विरोधी समूहों का हौसला बढ़ गया है। काबुल अपने क्षेत्र को आतंकवादी समूहों द्वारा इस्तेमाल करने की अनुमति देने से इनकार करता है।