राहुल गांधी का अमेरिका में संबोधन: पीएम मोदी और आरएसएस पर तीखे हमले, लोकतंत्र और संविधान की रक्षा पर जोर
न्यूयॉर्क। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी फिलहाल अमेरिका दौरे पर हैं। वह रविवार को तीन दिवसीय यात्रा के तहत अमेरिका पहुंचे। आज उनके दौरे का दूसरा दिन है, जहां उन्होंने सोमवार को टेक्सास यूनिवर्सिटी में भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर तीखे प्रहार किए। राहुल ने कहा कि भारत में न तो बीजेपी से और न ही पीएम मोदी से कोई डरता है।
राहुल ने कहा, "लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के तुरंत बाद हमने देखा कि भारत में कोई भी बीजेपी या प्रधानमंत्री से भयभीत नहीं था। यह एक बड़ी सफलता है, जो सिर्फ मेरी या कांग्रेस की नहीं, बल्कि हम सभी की है। यह उन सभी भारतीयों की उपलब्धि है, जिन्होंने लोकतंत्र को महसूस किया और यह स्पष्ट कर दिया कि वे संविधान पर हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे।"
आरएसएस पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, "संघ का मानना है कि भारत एक विचार मात्र है, जबकि मेरा मानना है कि भारत विविधताओं का देश है। यहां लोगों के अलग-अलग विचार, सपने और सोचने के तरीके हैं, और ऐसा होना स्वाभाविक है। हम जाति, भाषा, धर्म और परंपराओं के आधार पर इसे विभाजित नहीं कर सकते। सपने देखने का अधिकार सभी को है, और यह अधिकार उन्हें मिलना चाहिए। हमारी लड़ाई इसी बात को लेकर है, और लोकसभा चुनाव के दौरान यह बात स्पष्ट हो गई थी।"
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा, "आधुनिक भारत की नींव संविधान है, लेकिन चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री इस पर हमला कर रहे थे। यह मेरी बात नहीं, बल्कि लाखों भारतीयों की सोच है। मैंने जो बातें चुनाव के दौरान उठाईं, वे संविधान के अनुरूप थीं। जब मैं संविधान की बात करता था, तो लोग यह समझते थे कि जो भी इस पर हमला कर रहा है, वह हमारी धार्मिक परंपराओं, भाषाओं, राज्यों और हमारे इतिहास पर भी आघात कर रहा है।"