इस्लामाबाद, 09 सितंबर पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) पर देश में पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के सत्ता में आने के बाद जानबूझकर फंड जारी करने में देरी करने का आरोप लगाते हुए संगठन की आलोचना की तथा उसकी मंशा पर सवाल उठाये।
पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ ने यह जानकारी दी। अखबार ने बताया कि श्री डार ने पाकिस्तानी ओवरसीज फाउंडेशन की ओर से लंदन में आयोजित एक रक्षा कार्यक्रम में कहा कि आईएमएफ ने सभी समीक्षाएं पूरी होने के बावजूद जानबूझकर फंड का वितरण नहीं किया है, इससे जाहिर है कि वह चाहता है कि पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था विफल हो जाये।
डॉन के अनुसार, श्री डार ने देश और अर्थव्यवस्था के विकास के लिए समय पर फंड के वितरण के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आईएमएफ की कार्रवाइयों ने उनके एजेंडे और देश की आर्थिक स्थिरता पर इसके प्रभाव के बारे में चिंताएं पैदा की हैं।
पाकिस्तानी उच्चायोग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि श्री डार ने ब्रितानी सांसदों को पाकिस्तान में किये गये सुधारों के बारे में जानकारी दी और दोनों देशों के बीच बेहतर संबंधों की आवश्यकता पर जोर दिया।