इस्लामाबाद, 09 सितंबर पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) पर देश में पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के सत्ता में आने के बाद जानबूझकर फंड जारी करने में देरी करने का आरोप लगाते हुए संगठन की आलोचना की तथा उसकी मंशा पर सवाल उठाये।
पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ ने यह जानकारी दी। अखबार ने बताया कि श्री डार ने पाकिस्तानी ओवरसीज फाउंडेशन की ओर से लंदन में आयोजित एक रक्षा कार्यक्रम में कहा कि आईएमएफ ने सभी समीक्षाएं पूरी होने के बावजूद जानबूझकर फंड का वितरण नहीं किया है, इससे जाहिर है कि वह चाहता है कि पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था विफल हो जाये।
डॉन के अनुसार, श्री डार ने देश और अर्थव्यवस्था के विकास के लिए समय पर फंड के वितरण के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आईएमएफ की कार्रवाइयों ने उनके एजेंडे और देश की आर्थिक स्थिरता पर इसके प्रभाव के बारे में चिंताएं पैदा की हैं।
पाकिस्तानी उच्चायोग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि श्री डार ने ब्रितानी सांसदों को पाकिस्तान में किये गये सुधारों के बारे में जानकारी दी और दोनों देशों के बीच बेहतर संबंधों की आवश्यकता पर जोर दिया।
वॉशिंगटन/नई दिल्ली – अमेरिका की संघीय सरकार द्वारा गठित यूएस कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम (USCIRF) ने भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है। मंगलवार को जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में आयोग ने आरोप लगाया कि भारतीय खुफिया एजेंसी का संबंध सिख अलगाववादियों की हत्या की साजिशों से है। रिपोर्ट में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी भाजपा का भी जिक्र किया गया है।
ढाका: बांग्लादेश की राजधानी ढाका को बदलने की मांग लगातार जोर पकड़ रही है। बढ़ती जनसंख्या, अव्यवस्थित शहरीकरण, ट्रैफिक जाम और बुनियादी सुविधाओं की कमी ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। स्थानीय नागरिकों और विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान परिस्थितियों में ढाका अब रहने योग्य नहीं रह गया है और देश को एक नई राजधानी की आवश्यकता है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान को एक और बड़ी कूटनीतिक शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। तुर्कमेनिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत के.के. अहसान वगान को अमेरिका में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें एयरपोर्ट से ही डिपोर्ट कर दिया गया। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वगान लॉस एंजेलिस की निजी यात्रा पर थे, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने इमिग्रेशन नियमों का हवाला देते हुए उन्हें देश में दाखिल होने से रोक दिया।