गार्डनरीच बढ़ा रहा है नौसेना की ताकत, नई तकनीकों से लैस युद्धपोत रखेंगे 'दुश्मन' पर नजर'
गार्डनरीच बढ़ा रहा है नौसेना की ताकत, नई तकनीकों से लैस युद्धपोत रखेंगे 'दुश्मन' पर नजर'
कोलकाता : भारतीय नौसेना रक्षा प्रणाली की ताकत को बढ़ाने के लिए गार्डन रिच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स को चार निगरानी जहाज निर्माण की मंजूरी मिली हैं। जिनमें से दो जहाजों का निर्माण आज मंगलवार से शुरू हो गया है।
गार्डेनरीच ने पहले भी कई निगरानी जहाज (ऑफशोर पेट्रोल जहाज) बनाए हैं और उन्हें नौसेना और तटरक्षक बल को सौंप दिया है। जिसके जरिए 'दुश्मन' पक्ष पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। चीन की दादागिरी को रोकने के लिए यहां पनडुब्बी विध्वंसक जहाज भी बनाए गए हैं। अब इस जहाज निर्माण कंपनी को 'न्यू जेनरेशन ऑफशोर पेट्रोल वेसल' बनाने की जिम्मेदारी मिली है। यह आधुनिक युद्धपोत पुराने जहाजों से कई गुना बड़ा होगा जो किसी भी प्रकार के हमले के प्रतिरोध के लिए सक्षम होगा। इसके अलावा जहाज की अग्निशमन प्रणाली को भी आधुनिक तरीके से तैयार किया जाना है। जहाज का डेक लगभग 113 मीटर लंबा और 14.6 मीटर चौड़ा होगा। स्पीड 23 नॉट प्रति घंटा होगी। इसके अलावा 24 अधिकारियों समेत 100 से अधिक नाविकों के रहने की व्यवस्था की जा रही है। एक नई प्रौद्योगिकी नियंत्रण प्रणाली है। इसे निगरानी जहाजों को आपदा प्रबंधन, घुसपैठ की रोकथाम और समुद्री डाकुओं के दमन जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण अभियानों में उतारा जाएगा। इसके अलावा, ये तट पर सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करेंगे।